iGrain India - मुम्बई । भारत ऑस्टेलियाई मसूर का सबसे बड़ा खरीदार बना हुआ है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार नवम्बर 2022 से जुलाई 2023 के दौरान ऑस्ट्रेलिया से कुल मिलाकर 14,59,387 टन मसूर का निर्यात हुआ जिसमें से 6,74,478 टन या 46.2 प्रतिशत का शिपमेंट अकेले भारत को किया गया। जून 2023 में तो यह आंकड़ा 80 प्रतिशत से भी ऊपर पहुंच गया था।
प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक भारत में ऑस्ट्रेलिया से नवम्बर 2022 में 5013 टन, दिसम्बर में 87,127 टन, जनवरी 2023 में 32,315 टन, फरवरी में 1,22,504 टन, मार्च में 24,098 टन, अप्रैल में 1,04,163 टन मई में 1,09,971 टन, जून में 1,27,620 टन तथा जुलाई में 61,667 टन मसूर का आयात किया गया।
भारत के अलावा ऑस्ट्रेलियाई मसूर के अन्य प्रमुख आयातक देशों में बांग्ला देश, श्रीलंका, पाकिस्तान, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात, नेपाल तथा तुर्की आदि शामिल हैं। ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर-नवम्बर में मसूर की नई फसल की कटाई-तैयारी शुरू होती है और दिसम्बर से इसका निर्यात जोर पकड़ने पकड़ने लगता है 2022-23 सीजन के दौरान ऑस्ट्रेलिया में मसूर का कुल उत्पादन उछलकर 14 लाख टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
ऑस्ट्रेलियाई मसूर के आयात में भारत की भागीदारी घटती-बढ़ती रहती है। नवम्बर 2022 में यह 18.6 प्रतिशत थी जो दिसम्बर में 52.4 प्रतिशत पर पहुंचने के बाद जनवरी में घटकर 19.8 प्रतिशत रह गई। फरवरी में यह हिस्सेदारी बढ़कर 54.8 प्रतिशत पर पहुंची मगर मार्च में यह लुढ़ककर 14.3 प्रतिशत पर आ गई।
इसी तरह अप्रैल में भागीदारी बढ़कर 65.2 प्रतिशत हो गई जबकि मई में घटकर 41.5 प्रतिशत रह गई। पुनः जून में भागीदारी उछलकर 80.3 प्रतिशत पर पहुंची मगर जुलाई में घटकर 48.4 प्रतिशत पर आ गई।
इस तरह एक माह आयात की भागीदारी में वृद्धि हुई तो दूसरे माह इसमें गिरावट आ गई। नवम्बर 2022 से जुलाई 2023 के नौ महीनों में ऑस्ट्रेलिया से भारत को छोड़कर अन्य देशों में कुल करीब 7.85 लाख टन मसूर का निर्यात हुआ जो उसके कुल शिपमेंट का 53.8 प्रतिशत रहा। निर्यात की प्रक्रिया नियमित रूप से जारी है।