iGrain India - तिरुअनन्तपुरम । अगस्त के कड़वे अनुभव को पीछे छोड़कर भारतीय कृषि क्षेत्र सितम्बर में नई उम्मीद के साथ आगे की ओर देख रहा है। मौसम विभाग ने चालू माह के दौरान देश के प्रमुख कृषि उत्पादक राज्यों में अच्छी वर्षा होने की संभावना व्यक्त महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, बिहार एवं उत्तर प्रदेश आदि शामिल हैं। यह अनुमान काफी हद तक सही साबित हो रहा है। बंगाल, बिहार एवं झारखंड में अच्छी बारिश होने की सूचना मिल रही है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक ने पिछले सप्ताह कहा था कि हिन्द महासागर का डायपोल सकारात्मक हो गया है और सितम्बर में इससे मानसून के लिए अनुकूल रहने की उम्मीद है।
इसी तरह अल नीनो का प्रभाव भी कुछ कमजोर पड़ने की संभावना है जबकि बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दाब का क्षेत्र बनने लगा है। इन सभी सकारात्मक कारकों के सहारे चालू माह के दौरान अच्छी बारिश होने के आसार हैं। अगस्त में स्थिति काफी खराब एवं विपरीत रही थी।
सितम्बर की वर्षा से खरीफ फसलों को काफी राहत मिलने की संभावना है। धान का उत्पादन क्षेत्र 400 लाख हेक्टेयर को पार कर गया है और यदि उसे वर्षा का सहारा मिलता रहा तो चावल के उत्पादन में गिरावट आने की संभावना काफी घट जाएगी।
दलहन फसलों के प्रति चिंता अभी खत्म नहीं हुई है जबकि इसका बिजाई क्षेत्र भी 11 लाख हेक्टेयर से ज्यादा घट गया है। तिलहन फसलों का क्षेत्रफल भी करीब एक लाख हेक्टेयर पीछे चल रहा है। लेकिन गन्ना एवं मोटे अनाजों के रकबे में बढ़ोत्तरी हुई है।