iGrain India - ब्रिसबेन (भारती एग्री एप्प)। सरकारी संस्था- ऑस्ट्रेलियाई सांख्यिकी ब्यूरो (एबीएस) के आंकड़ों से पता चलता है कि जुलाई 2023 के दौरान देश से जून के मुकाबले चना का निर्यात 60 हजार टन से 41 प्रतिशत घटकर 35 हजार टन तथा मसूर का निर्यात 1.55 लाख टन से 18 प्रतिशत गिरकर 1.27 लाख टन रह गया।
एबीएस की रिपोर्ट के अनुसार मई-जुलाई 2023 की तिमाही के दौरान ऑस्ट्रेलिया से 5.43 लाख टन से कुछ अधिक मसूर का निर्यात हुआ। इसके तहत मई में करीब 2.61 लाख टन, जून में 1.55 लाख टन तथा जुलाई में 1.27 लाख टन का शिपमेंट शामिल था।
इस अवधि में भारत सबसे बड़ा खरीदार बना रहा जिसने ऑस्ट्रेलिया से करीब 2.97 लाख टन मसूर का आयात किया। भारत में ऑस्ट्रेलिया से मई में 1,08,291 टन, जून में 1,26,654 टन तथा जुलाई में 61,667 टन मसूर का आयात हुआ।
इसके अलावा समीक्षाधीन तिमाही के दौरान ऑस्ट्रेलिया से बांग्ला देश को 36,220 टन, मिस्र को 26,864, नेपाल को 32,607 टन, पकिस्तान को 7650 टन, श्रीलंका को 62,979 टन, तुर्की को 51,166 टन तथा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को 26,769 टन मसूर का शिपमेंट किया गया जबकि शेष मात्रा का निर्यात मलेशिया सहित अन्य देशों को हुआ।
जहां तक चना का सवाल है तो ऑस्ट्रेलिया से इसकी मुख्यत: देशी किस्म का निर्यात होता है। मई-जुलाई 2023 की तिमाही के दौरान वहां से कुल 1.61 लाख टन चना का शिपमेंट हुआ जिसमें मई में 66,476 टन, जून में 59,622 टन तथा जुलाई में 34,954 टन का निर्यात शामिल था।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान पाकिस्तान में ऑस्ट्रेलिया से 1,03,197 टन चना मंगाया गया और वह इसका सबसे प्रमुख खरीदार बना रहा। भारत में केवल 423 टन चना का आयात हुआ।
इसके तहत मई में 124 टन एवं जुलाई में 299 टन का आयात शामिल था जबकि जून में चना का आयात नहीं हुआ। इसके अलावा मई-जुलाई 2023 की तिमाही के दौरान ऑस्ट्रेलिया से बांग्ला देश को 21097 टन, कनाडा को 3769 टन, नेपाल को 9823 टन, थाईलैंड को 3395 टन, संयुक्त अरब अमीरात को 13,141 टन, इंग्लैंड को 3039 टन तथा चीन को 500 टन चना का निर्यात हुआ। कई अन्य देशों को भी थोड़ी-बहुत मात्रा में इसका शिपमेंट किया गया।