iGrain India - नई दिल्ली । खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत भारतीय खाद्य निगम द्वारा आयोजित की जाने वाली साप्ताहिक ई-नीलामी के तहत गेहूं की बिक्री में अच्छी बढ़ोत्तरी देखी जा रही है मगर इसका भारित औसत मूल्य घट रहा है।
मालूम हो कि सरकार ने गेहूं का न्यूनतम आरक्षित मूल्य सामान्य औसत क्वालिटी (एफएक्यू) के लिए 2150 रुपए प्रति क्विंटल तथा यूआरएस श्रेणी के लिए 2125 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है।
6 सितम्बर को आयोजित नीलामी में 1.66 लाख टन गेहूं की बिक्री हुई जबकि 500 डिपो पर 2 लाख टन से कुछ अधिक गेहूं की बिक्री का ऑफर दिया गया था। चावल की बिक्री 17 हजार टन पर ही अटक गई जबकि 337 डिपो पर कुल 4.69 लाख टन की बिक्री का ऑफर घोषित हुआ था।
जहां तक भारित औसत मूल्य का सवाल है तो नवीनतम नीलामी में यह एफएक्यू गेहूं के लिए 2169.65 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया जो 2150 रुपए प्रति क्विंटल के न्यूनतम आरक्षित मूल्य से कुछ ऊंचा था।
इसी तरह यूआरएस गेहूं का भारित औसत मूल्य 2150.86 रुपए प्रति क्विंटल रहा जो न्यूनतम आरक्षित मूल्य 2125 रुपए प्रति क्विंटल से कुछ ऊंचा था। चावल का न्यूनतम आरक्षित मूल्य (रिजर्व प्राइस) 2952.27 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार 10 सितम्बर को अखिल भारतीय स्तर पर औसत खुदरा मूल्य गेहूं का 30 रुपए प्रति किलो तथा आटा का 35.62 रुपए प्रति किलो रहा जो पिछले साल की इसी तिथि का प्रचलित मूल्य क्रमश: 30.39 रुपए प्रति किलो एवं 35.72 रुपए प्रति किलो के लगभग बराबर ही है।
लेकिन समीक्षाधीन अवधि में चावल का औसत खुदरा मूल्य 37.44 रुपए प्रति किलो से बढ़कर 42.26 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गया। ज्ञात हो कि सरकार ओएमएसएस के तहत 50 लाख टन गेहूं एवं 25 लाख टन चावल बेचने का निर्णय लिया है।