iGrain India - नई दिल्ली । भारत सरकार, इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) एवं इंटरनेशनल शुगर ऑर्गेनाइजेशन (आईएसओ) द्वारा संयुक्त रूप से नई दिल्ली में 21 एवं 22 सितम्बर 2023 को "इंडिया शुगर एंड बायो-एनर्जी कांफ्रेंस" का आयोजन किया जाएगा।
केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री तथा खाद्य मंत्री भी इस कांफ्रेंस में सम्मिलित होंगे। इस कांफ्रेंस की विषय वस्तु (थीम ) है - 'गन्ना उद्योग, हरित अर्थ व्यवस्था का चालक।'
इस्मा के अध्यक्ष द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इस दो दिवसीय कांफ्रेंस में जैव ऊर्जा (बायो एनर्जी) नीतियों एवं रेग्युलेशन के फ्रेम वर्क पर चर्चा की जाएगी ताकि भविष्य में निरंतरता एवं गति शीलता को बरकरार रखने में सहायता मिल सके।
यह कांफ्रेंस नए उद्योग मानक स्थापित करेगा और इसमें करीब 400 प्रतिनिधियों के भाग लेने की संभावना है। इस दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान चीनी की वैश्विक मांग एवं आपूर्ति, व्यापार प्रवाह तथा जैव ईंधन के विकास पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। ब्राजील तथा थाइलैंड से आने वाले शिष्टमंडल चीनी उद्योग एवं व्यापार क्षेत्र के बदलते रुख एवं हालात पर रोशनी डालेंगे।
भारत में चीनी के उत्पादन एवं विविधिकरण की प्रगति पर पूरे संसार का ध्यान केन्द्रित है और सभी गहराई से इसका आंकलन-विश्लेषण कर रहे हैं। जैव ऊर्जा क्षेत्र में भारत द्वारा किए जा रहे प्रयासों का अनुसार भी कई देशों में किया जा रहा है।
उधर इंटरनेशनल शुगर ऑर्गेनाइजेशन (आईएसओ) के कार्यकारी निदेशक का कहना है कि यह हकीकत है कि भारत सरकार चीनी उद्योग को सहयोग-समर्थन दे रही है इसलिए आईएसओ के लिए भारतीय गन्ना क्षेत्र के साथ सक्रियता से काम करने के वास्ते यह सही समय है।
भारत में चीनी के उत्पादन, उपयोग, एथनॉल निर्माण एवं चीनी निर्यात के बीच बेहतर संतुलन बनाने की नीतियों पर भी इस कांफ्रेंस में सटीक चर्चा होगी उद्योग को नई दिशा मिल सकती है।