iGrain India - रंगून । भारत के पूर्वोत्तर पड़ोसी देश- म्यांमार से तुवर एवं उड़द के साथ मूंग का भी नियमित रूप से अच्छा निर्यात हो रहा है।
वाणिज्य मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि चालू वित्त वर्ष के शुरूआती पांच महीनों में यानी अप्रैल से अगस्त 2023 के दौरान म्यांमार से कुल मिलाकर करीब 22,2600 टन मूंग का निर्यात हुआ जिससे 14.90 करोड़ डॉलर से अधिक की आमदनी प्राप्त हुई।
इसमें से 1,70,600 टन मूंग का शिपमेंट समुद्री रास्ते से तथा 52 हजार टन से कुछ अधिक का निर्यात स्थलीय या सीमा मार्ग से किया गया।
वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक वर्ष 2022 में अप्रैल-अगस्त के दौरान म्यांमार से 3,08,300 टन मूंग का निर्यात किया गया था जिसके मुकाबले चालू वर्ष के दौरान शिपमेंट में काफी गिरावट आ गई।
उल्लेखनीय है कि पहले भारत में भी म्यांमार से मूंग का भारी आयात होता था लेकिन फरवरी 2022 में सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया जो अभी तक कायम है।
दक्षिण-पूर्व एशिया में अवस्थित म्यांमार से इस वर्ष अप्रैल- अगस्त के पांच महीनों में कुल मिलाकर करीब 7.21 लाख टन दलहनों एवं बीन्स का निर्यात किया गया जिससे 58.60 करोड़ डॉलर से अधिक की आमदनी प्राप्त हुई।
वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक चावल के बाद दलहन ही म्यांमार में उत्पादित होने वाला दूसरा सबसे प्रमुख कृषि उत्पाद है और कुल कृषि उत्पादन में इसका योगदान 30 प्रतिशत से भी ज्यादा रहता है।
म्यांमार से दलहनों एवं बीन्स का निर्यात मुख्यत: भारत, चीन और यूरोपीय संघ के देशों में होता है जबकि पाकिस्तान एवं थाईलैंड सहित कुछ अन्य देश भी वहां से इसका आयात करते हैं।
भारत में म्यांमार से मुख्यत: उड़द एवं तुवर का आयात बड़े पैमाने पर किया जाता है जबकि चीन और यूरोपीय देश मूंग का ज्यादा आयात करते हैं।
निर्यात के सहारे म्यांमार में दलहनों एवं बीन्स का उत्पादन बढ़ता जा रहा है। इस बार बाजार भाव ऊंचा रहने से किसानों को आकर्षक आमदनी प्राप्त हो रही है।