iGrain India - अहमदाबाद । देश के पश्चिमी प्रान्त- गुजरात में मध्य जून में आए बिपरजॉय तूफान के साथ हुई भारी वर्षा से किसानों को खरीफ फसलों की अगैती बिजाई करने का अवसर मिला और फिर जुलाई माह के दौरान हुई अच्छी बारिश ने बिजाई की रफ्तार बढ़ाने में सहायता की।
इसके फलस्वरूप वहां खरीफ फसलों का उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के स्तर से आगे निकलते हुए सामान्य क्षेत्रफल तक पहुंच गया।
राज्य कृषि विभाग ने नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक गुजरात में इस बार 18 सितम्बर 2023 तक खरीफ फसलों का उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के स्तर से आगे निकलते हुए सामान्य क्षेत्रफल तक पहुंच गया।
राज्य कृषि विभाग के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक गुजरात में इस बार 18 सितम्बर 2023 तक खरीफ फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र बढ़कर 85.49 लाख हेक्टेयर से ऊपर पहुंच गया जो गत वर्ष की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 84.92 लाख हेक्टेयर से ज्यादा तथा तीन वर्षीय औसत क्षेत्रफल 85.97 लाख हेक्टेयर का 99.44 प्रतिशत है। खरीफ फसलों की बिजाई लगभग समाप्त हो चुकी है।
उपलब्ध आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल की तुलना में चालू खरीफ सीजन के दौरान गुजरात में धान का उत्पादन क्षेत्र 8.68 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 8.71 लाख हेक्टेयर, बाजरा का बिजाई क्षेत्र 1.84 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 1.97 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा लेकिन मक्का का क्षेत्रफल 2.88 लाख हेक्टेयर से गिरकर 2.82 लाख हेक्टेयर रह गया।
ज्वार का रकबा 18 हजार हेक्टेयर से सुधरकर 20 हजार हेक्टेयर पर पहुंचा जबकि अन्य मोटे अनाजों का बिजाई क्षेत्र 12 हजार हेक्टेयर पर स्थिर रहा। खाद्यान्न (अनाजी) फसलों का कुल उत्पादन उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 13.46 लाख हेक्टेयर से कुछ बढ़कर इस बार 13.70 लाख हेक्टेयर से ऊपर पहुंच गया।
लेकिन दलहन फसलों का बिजाई क्षेत्र समीक्षाधीन अवधि के दौरान 4.19 लाख हेक्टेयर से घटकर 3.74 लाख हेक्टेयर पर सिमट गया। इसके तहत अरहर (तुवर) का उत्पादन क्षेत्र 2.26 लाख हेक्टेयर से घटकर 2.11 लाख हेक्टेयर,
मूंग का बिजाई क्षेत्र 80 हजार हेक्टेयर से गिरकर 65 हजार हेक्टेयर तथा उड़द का क्षेत्रफल 97 हजार हेक्टेयर से घटकर 79 हजार हेक्टेयर रह गया लेकिन मोठ का रकबा 14 हजार हेक्टेयर से सुधरकर 15 हजार हेक्टेयर पर पहुंच गया।
इसी तरह तिलहन फसलों का उत्पादन क्षेत्र भी गत वर्ष के 26.88 लाख हेक्टेयर से फिसलकर इस बार 26.71 लाख हेक्टेयर रह गया। इसके तहत मूंगफली का बिजाई क्षेत्र 17.09 लाख हेक्टेयर से घटकर 16.35 लाख हेक्टेयर तथा तिल का रकबा 72 हजार हेक्टेयर से गिरकर 58 हजार हेक्टेयर पर सिमटा जबकि दसरी ओर अरंडी का रकबा 6.84 लाख हेक्टेयर से उछलकर 7.11 लाख हेक्टेयर एवं सोयाबीन का क्षेत्रफल 2.22 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 2.66 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
इसके अलावा गुजरात में पिछले साल के मुकाबले चालू खरीफ सीजन के दौरान कपास का उत्पादन क्षेत्र 25.49 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 26.82 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा मगर मगर ग्वार का बिजाई क्षेत्र 1.04 लाख हेक्टेयर से फिसलकर 1.06 लाख हेक्टेयर पर सिमट गया।