iGrain India - मुम्बई । चालू वित्त वर्ष के शुरूआती पांच महीनों में यानी अप्रैल-अगस्त 2023 के दौरान देश से ऑयलमील का निर्यात बढ़कर 19.46 लाख टन के करीब पहुंच गया जो पिछले साल की समान अवधि के शिपमेंट 15.22 लाख टन से 4.24 लाख टन या 28 प्रतिशत ज्यादा है। गत वर्ष की तुलना में इस बार अगस्त माह के दौरान भी ऑयलमील (डीओसी) का निर्यात 2.82 लाख टन से 26 प्रतिशत बढ़कर 3.54 लाख टन पर पहुंच गया।
जहां तक सोयामील का सवाल है तो पिछले साल अंतर्राष्ट्रीय निर्यात बाजार में इसका भाव काफी हद तक गैर प्रतिस्पर्धी हो गया था लेकिन चालू वित्त वर्ष के दौरान इसकी प्रतिस्पर्धी क्षमता बढ़ गई और शुरूआती पांच महीनों में इसका शिपमेंट पिछले साल के 1.08 लाख टन से उछलकर इस बार 4.81 लाख टन पर पहुंच गया।
सरसों खल (रेपसीड मील) का निर्यात प्रदर्शन और भी बेहतर रहा और इसका शिपमेंट पिछले साल के 10.78 लाख टन से बढ़कर इस बार 11.55 लाख टन पर पहुंच गया। इसी तरह अरंडी मील का निर्यात भी 1.29 लाख टन से सुधरकर 1.47 लाख टन पर पहुंचा लेकिन राइस ब्रान एक्सट्रैक्शन का निर्यात गत वर्ष के 2.04 लाख टन से घटकर इस बार 1.52 लाख टन पर सिमट गया।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार अगस्त 2023 के दौरान देश से 60,494 टन सोयामील, 2,61,165 टन रेपसीड मील, 3138 टन मूंगफली एक्सट्रैक्शन तथा 30,386 टन अरंडी मील के साथ कुल 3,54,205 टन ऑयलमील का निर्यात हुआ जो गत वर्ष के शिपमेंट 2,81,693 टन से 26 प्रतिशत ज्यादा रहा।
इससे पूर्व पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष डीओसी का निर्यात अप्रैल में 48 प्रतिशत, मई में 72 प्रतिशत तथा जुलाई में 70 प्रतिशत बढ़ा था मगर जून माह के दौरान शिपमेंट में 35 प्रतिशत की गिरावट आ गई थी।
राइस ब्रान एक्सट्रैक्शन का निर्यात बंद हो गया है। उल्लेखनीय है कि भारत से करीब 5-6 लाख टन डि ऑयल्ड राइस ब्रान का वार्षिक निर्यात हो रहा था और वियतनाम, बांग्ला देश, थाईलैंड तथा कुछ अन्य देश इसका आयात करते थे।
अप्रैल-जुलाई 2023 के दौरान देश से करीब 1.50 लाख टन राइस ब्रान एक्सट्रैक्शन का निर्यात हुआ मगर सरकार 28 जुलाई को 30 नवम्बर तक के लिए इसके निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया। इसका दूरगामी प्रभाव पड़ने की आशंका है।