iGrain India - नई दिल्ली । चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून 2023 के दौरान भारत में कुल 2,98,622 टन मसूर का आयात किया गया जिसमें ऑस्ट्रेलिया से 1,99,241 टन तथा कनाडा से 95,893 टन का आयात भी शामिल था। इसके अलावा थोड़ी-बहुत मात्रा में रूस, सिंगापुर, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात और अमरीका और अमरीका से भी इसका आयात हुआ।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2022-23 की सम्पूर्ण अवधि (अप्रैल-मार्च) के दौरान देश में कुल मिलाकर 8,58,437 टन मसूर का आयात हुआ था और 4,85,492 टन के साथ कनाडा सबसे बड़ा आपूर्ति कर्ता रहा था जबकि ऑस्ट्रेलिया 3,55,179 टन के साथ दूसरे नम्बर पर रहा था।
परम्परागत रूप से भारत इन्हीं दोनों देशों से मसूर का सर्वाधिक आयात करता रहा है। आंकड़ों से पता चलता है कि इससे पूर्व भारत में वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 6,67,431 टन, 2020-21 में 11,15,729 टन, 2019-20 में 8,53,638 टन तथा वित्त वर्ष 2018-19 में 2,48,803 टन मसूर का आयात किया गया था।
उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2020-21 में जब भारत में मसूर का आयात उछलकर 11.16 लाख टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था तब उसमें कनाडा की भागीदारी रही थी। शेष मसूर का आयात अन्य देशों से किया गया था।
लेकिन अब हालात बदलते नजर आ रहे हैं क्योंकि भारतीय आयातक कनाडा के बजाए ऑस्ट्रेलिया से मसूर की खरीद को प्राथमिकता देने लगे हैं। भारत और कनाडा के बीच समबन्ध लगातार खराब होते जा रहे हैं जिससे भविष्य में वहां से मसूर का आयात करना कठिन हो सकता है। तब ऑस्ट्रेलिया और रूस को विशेष फायदा होगा।