iGrain India - बोदी नायककन्नूर । केरल तथा तमिलनाडु के प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में छोटी (हरी) इलायची के नए माल की तुड़ाई-तैयारी आरंभ होने के साथ ही नीलामी केन्द्रों में आवक भी बढ़ती जा रही है जिससे कीमतों में स्थिरता आने लगी है। दिसावरी मांग ज्यादा मजबूत नहीं है।
उत्पादक क्षेत्रों में बारिश कम होने से इलायची का उत्पादन प्रभावित होने की संभावना है। उत्पादकों का कहना है कि इस बार दाने का आकार आमतौर पर छोटा दिख रहा है इसलिए बोल्ड दाने वाले माल की उपलब्धता कम रह सकती है।
निकट भविष्य में इसका भाव एक निश्चित सीमा में ऊपर-नीचे हो सकता है लेकिन मध्यम समय एवं दीर्घकाल में इसमें कुछ तेजी आने की उम्मीद है। इस बार केरल में मानसून की वर्षा सामान्य औसत से करीब 47 प्रतिशत कम हुई है। समझा जाता है कि प्रतिकूल मौसम के कारण इस बार इलायची के उत्पादन में 15-20 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है।
वंदनमेड्डू नीलामी केन्द्र में पिछले दिनों करीब 74 टन इलायची की आवक हुई थी जबकि खरीदारी की गति सुस्त रहने से वहां इसका औसत मूल्य गिरकर 1787 रुपए प्रति किलो के आसपास आ गया जबकि इससे पूर्व 11 सितम्बर की नीलामी में करीब 60 टन इलायची की आवक के साथ इसका औसत मूल्य 2010 रुपए प्रति किलो से कुछ ऊंचा रहा था।
उत्पादकों को जल्दी ही इलायची में त्यौहारी मांग निकलने की उम्मीद है जिससे कीमतों में कुछ मजबूती आ सकती है। लेकिन नए माल की जोरदार आवक होने पर इलायची का भाव सीमित उतार-चढ़ाव के साथ एक निश्चित दायरे में रह सकता है।