iGrain India - हिसार । हरियाणा की प्रमुख कपास पट्टी में अवस्थित हिसार, सिरसा, फतेहाबाद एवं भिवानी जैसे जिलों में इस रेशेदार औद्योगिक फसल पर गुलाबी इल्ली (पिंक बॉलवर्म) कीट का गंभीर प्रकोप देखा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा में लगभग 70 प्रतिशत कपास का उत्पादन इसी संभाग में होता है। कपास की फसल पर कीट के प्रकोप की पुष्टि करते हुए हरियाणा के कृषि मंत्री ने कहा है कि फसल पर व्यापक एवं गंभीर असर पड़ा है और वे किसानों को मुआवजा (क्षतिपूर्ति) देने के मामले पर मुख्यमंत्री के साथ बातचीत करेंगे। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार इस कीट के प्रकोप से कपास की 25-30 प्रतिशत फसल प्रभावित हुई है और इससे उत्पादन में काफी कमी आ सकती है।
राज्य कृषि विभाग के अनुसार चालू वर्ष के दौरान हरियाणा के करीब 6.50 लाख हेक्टेयर में कपास की बिजाई हुई है। हिसार में कहीं-कहीं इस कीट से कपास की 80 प्रतिशत फसल चौपट हो गई है और अब उसे नियंत्रित करना संभव नहीं है।
इस कीट ने रूई के गोले (बॉल) को ही खा लिया है। सभी पौधों पर इसका प्रभाव देखा जा सकता है। एक कृषि वैज्ञानिक का कहना है कि एक बार इस कीट का प्रकोप फैल जाए तो उसे नियंत्रित करना बहुत मुश्किल होता है।
सिरसा सहित कुछ अन्य जिलों में भी कपास की फसल बुरी तरह क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिल रही है। कृषि विश्वविद्याल द्वारा समय-समय पर किसानों के लिए एडवायजरी जारी की गई मगर शायद इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया।
कृषि मंत्री ने कहा है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को बीमा कंपनियों से फसल नुकसान का दावा दिलवाया जाएगा।