iGrain India - क्रशिंग मिलों की कमजोर मांग से सोयाबीन के दाम में गिरावट
नई दिल्ली । विदेशों से सस्ते सोया तेल का भारी आयात जारी रहने और नई घरेलू फसल की आवक का समय नजदीक होने से 15-21 सितम्बर वाले सप्ताह के दौरान क्रशिंग इकाइयों की कमजोर मांग के कारण सोयाबीन के दाम में तीनों शीर्ष उत्पादक राज्यों- मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र एवं राजस्थान में गिरावट दर्ज की गई। राजस्थान के कोटा में सोयाबीन का भाव 150 रुपए घटकर 4850/5150 रुपए प्रति क्विंटल रह गया।
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश में सोयाबीन के मूल्य में 275 रुपए प्रति क्विंटल तक की गिरावट रही। इंदौर की एक इकाई के लिए इसका भाव 5000 रुपए से लुढ़ककर 4725 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। इसके अलावा कई मिलों में सोयाबीन का दाम 100-200 रुपए घट गया। राज्य में इस तिलहन का भाव ऊंचे में 5025 रुपए प्रति क्विंटल एवं नीचे में 4725 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया जबकि अधिकांश कारोबार 4900/5000 रुपए प्रति क्विंटल के मूल्य स्तर पर हुआ।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में सोयाबीन के दाम में गिरावट की तीव्रता कुछ कम रही लेकिन फिर भी वहां 100-125 रुपए तक की नरमी देखी गई। नागपुर की दो इकाइयों में सोयाबीन का भाव 125 रुपए तथा धुलिया की एक इकाई में 120 रुपए प्रति क्विंटल नरम रहा। महाराष्ट्र में सोयाबीन का उच्चतम मूल्य 5100 रुपए प्रति क्विंटल तथा न्यूनतम भाव 4900 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया जबकि अधिकांश कारोबार 4950/5050 रुपए प्रति क्विंटल के मूल्य स्तर पर हुआ।
सोया तेल (रिफाइंड)
सोयाबीन के दाम में गिरावट आने से सोया रिफाइंड तेल का भाव भी नरम पड़ गया। देवास में यह 30 रुपए गिरकर 865 रुपए प्रति 10 किलो तथा मंदसौर मे 36 रुपए घटकर 856 रुपए प्रति 10 किलो रह गया। नांदेड़ में यह 45 रुपए नीचे आया और राजस्थान के कोटा में भी 40 रुपए घटकर 870 रुपए प्रति 10 किलो रह गया।
आवक
राष्ट्रीय स्तर पर प्रमुख उत्पादक राज्यों की थोक मंडियों में सोयाबीन की आवक 15 सितम्बर को 1.25 लाख बोरी तथा 18 सितम्बर को 90 हजार बोरी दर्ज की गई। हालांकि उत्पादकों / स्टॉकिस्टों के पास सोयाबीन का अच्छा खासा स्टॉक मौजूद है लेकिन घटते बाजार भाव को देखते हुए वे माल को रोकने का प्रयास कर रहे हैं। सोयाबीन की प्रत्येक बोरी 100 किलो की होती है।