iGrain India - मुम्बई । औषधीय गुणों से समृद्ध मसाला- हल्दी के उत्पादन, उपयोग एवं निर्यात में भारत दुनिया का अग्रणी देश है। इसके वैश्विक उत्पादन कारोबार एवं भाव में आने वाले बदलाव से अक्सर बाजार में अनिश्चितता का माहौल बना रहता है।
इस पर तथा अन्य संबंधित मुद्दों पर विचार विमर्श करने एवं इस क्षेत्र की समस्याओं का समाधान तलाशने के लिए 27 सितम्बर 2023 को मुम्बई में पहला वैश्विक हल्दी सम्मेलन (ग्लोबल टर्मरिक कांफ्रेंस) का आयोजन किया जा रहा है जिसमें सभी सम्बद्ध पक्षों के प्रतिनिधियों के भाग लेने की संभावना है।
टेफ्ला के सहयोग से एनसीडीईएक्स के इंस्टीट्यूट ऑफ कमोडिटी मार्केट्स एंड रिसर्च (एनआईसीआर) द्वारा आयोजित इस वैश्विक कांफ्रेंस का उद्घाटन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री द्वारा किया जाएगा।
एनआईसीआर द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि इस महत्वपूर्ण एवं उपयोगी कांफ्रेंस में किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ), व्यापारियों, प्रोसेसर्स, निर्यातकों, अनुसंधान कर्ताओं एवं अन्य सम्बद्ध पक्षों के भाग लेने की संभावना है।
इस कांफ्रेंस में खासकर हल्दी के उत्पादन, विपणन एवं अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा और कृषि विधियों में होने वाले नए-नए विकास पर चर्चा की जाएगी ताकि हल्दी के उत्पादन को बढ़ाने में सहायता मिल सके। हल्दी के निर्यात तथा वैश्विक गुणवत्ता मानक पर भी इस कांफ्रेंस में विचार-विमर्श किया जाएगा।
दरअसल हल्दी उद्योग की ओर से लम्बे अरसे से इस तरह की मांग की जा रही थी कि इस तरह का एक खास मंच होना चाहिए जहां सभी सम्बद्ध पक्षों को एक साथ मिलने और तमाम तरह की समस्याओं तथा उसके उपायों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का अवसर मिल सके।
एनआईसीआर के निदेशक का कहना है कि इस कांफ्रेंस के प्रति सभी सम्बद्ध पक्षों में काफी उत्साह एवं उत्सुकता है। इसमें भाग लेने वालों को हल्दी कारोबार की गति शीलता, वर्तमान रुख एवं आगामी परिदृश्य के बारे में घहराई से जानने-समझने का अवसर मिलेगा। अनेक विशेषज्ञ एवं विश्लेषक इसमें आंकड़ों के साथ अपने विचार प्रस्तुत करेंगे और भविष्यत स्थिति का अनुमान लगाएंगे।