🏃 इस ब्लैक फ्राइडे ऑफर का लाभ जल्दी उठाएँ। InvestingPro पर अभी 55% तक की छूट पाएँ!सेल को क्लेम करें

मध्य भारत के जनजातीय क्षेत्रों में कृषि के विकास पर जोर

प्रकाशित 25/09/2023, 06:10 pm
मध्य भारत के जनजातीय क्षेत्रों में कृषि के विकास पर जोर

iGrain India - रायपुर । हरित क्रांति के आरंभ होने के बाद देश के कई इलाकों में कृषि पैदावार तेजी से बढ़ने लगी और इसके साथ ही भारत ने केवल खाद्यान्न-उत्पादक में आत्मनिर्भर होने लगा बल्कि लोगों का जीवन स्तर भी ऊंचा होता गया।

लेकिन कृषि विकास की इस यात्रा में देश का यह मध्यवर्ती भाग पीछे रह गया जो जनजातीय बहुल इलाका था। यह सेन्ट्रल इंडिया ट्राईकल सीजन (सीआईटीआर) सबका ध्यान अपनी ओर खीँच रहा है क्योंकि वहां गरीबी और भुखमरी की समस्या गंभीर है।

पिछले अनेक वर्षों से वहां विकास की सिर्फ  बातें हो रही हैं मगर न तो राज्य सरकारों ने ज्यादा गंभीरता दिखाई और न ही केन्द्र सरकार की ओर से कोई ठोस पहल की गई। ऊपर सतह पर सरकार एवं प्राइवेट क्षेत्र द्वारा जो थोड़े-बहुत प्रयास हुए वे पर्याप्त नहीं थे और इसलिए वह क्षेत्र अब भी पिछड़ा हुआ ही है। 

सीआईटीआर घने जंगलों एवं आदिवासी- जनजातीय लोगों की सघनता के लिए जाना जाता है। वहां अनेक बहुमूल्य वनोपज एवं जड़ी बूटियों का भंडार है लेकिन कृषि फसलें का समुचित उत्पादन नहीं होता है।

उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक देश की लगभग 50 प्रतिशत जनजातीय आबादी इस क्षेत्र में रहती है जबकि देश का लगभग 30 प्रतिशत जंगल भी वहीँ हैं। प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध होने के बावजूद वहां लोगों की औसत मासिक आमदनी 7000 से 8500 रुपए (करीब 100 डॉलर) ही है जबकि राष्ट्रीय स्तर पर इसका औसत आंकड़ा 23,000 रुपए (करीब 300 डॉलर) के आसपास है। 

इस क्षेत्र में बागवानी फसलों और खासकर सब्जियों के विशाल उत्पादन की गुंजाईश है लेकिन देश के पश्चिमी एवं दक्षिणी प्रांतों से आवक का प्रवाह तेज होने से इस क्षेत्र के किसानों को अच्छे दाम पर अपनी सब्जियां बेचने में कठिनाई होती है।

वहां दलहन, तिलहन एवं मोटे अनाजों की खेती को बढ़ावा दिए जाने की जरूरत है। जमीन उपजाऊ है और अच्छी बारिश भी होती है। यदि आधुनिक कृषि पद्धति अपने जाए तथा मंडियों तक उत्पाद की पहुंच सुनिश्चित की जाए तो न केवल क्षेत्र के लोगों का जीवन स्तर सुधर सकता है बल्कि दलहन एवं खाद्य तेलों के आयात पर देश की निर्भरता में भी कमी आ सकती है।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित