iGrain India - नई दिल्ली । यद्यपि केन्द्र सरकार घरेलू प्रभाग में दाल-दलहनों की आपूर्ति एवं उपलब्धता बढ़ाने तथा कीमतों को नियंत्रित करने का हर संभव प्रयास कर रही है और इसके तहत हाल ही में उसने भंडारण सीमा के नियम को और भी सख्त बना दिया है लेकिन उद्योग-व्यापार विश्लेषकों का मानना है कि दीपावली तक दाल-दलहनों की आपूर्ति की स्थिति काफी जटिल रह सकती है भले ही इसकी कीमतों में कोई अप्रत्याशित उछाल न आए।
थोक विक्रेताओं के लिए स्टॉक धारिता सीमा में 75 प्रतिशत की कटौती कर दी गई है जिससे दलहनों के थोक बाजार मूल्य में 2 से 4 प्रतिशत तक की गिरावट आ गई। लेकिन संगठित क्षेत्र के रिटेलर्स के लिए अपने स्टॉक का प्रबंध करना काफी कठिन हो गया है।
एक अग्रणी व्यापारिक संस्था- इंडिया पल्सेस एंड ग्रेन्स एसोसिएशन (इपगा) द्वारा पिछले सप्ताह खरीफ फसलों के परिदृश्य पर आयोजित एक वेबीनार में शामिल वक्ताओं का कहना था कि भारत को दीपावली वाले सप्ताह तक दाल-दलहनों की आपूर्ति के अभाव का सामना करना पड़ सकता है।
इसी तरह दिसम्बर / जनवरी में नई फसल की कटाई-तैयारी शुरू होने तक लगभग 10 लाख टन अरहर (तुवर) का अभाव महसूस होने का अनुमान लगाया गया है जबकि खरीफ कालीन मूंग के उत्पादन में करीब 12 प्रतिशत की गिरावट आने की संभावना है।
इसी तरह अगस्त की गर्मी एवं सितम्बर की बारिश से कई क्षेत्रों में उड़द की क्वालिटी बुरी तरह प्रभावित होने की आशंका है। इसकी छिटपुट कटाई-तैयारी आरंभ हो गई है।
लेकिन आपूर्ति की जटिलता के बावजूद पिछले पखवाड़े के दौरान दाल -दलहनों के दाम में कुछ नरमी का रुख बना रहा। केन्द्र सरकार द्वारा मूल्य नियंत्रण के लिए अनेक कदम उठाए जा रहे हैं जिसका कुछ असर घरेलू बाजार पर दिखाई पड़ रहा है।
गत सप्ताह सरकार ने थोक विक्रेताओं के लिए दलहनों की स्टॉक धारिता की सीमा (मात्रा) को 200 टन से घटाकर 50 टन नियत कर दिया था। अब प्रत्येक दलहन के लिए स्टॉक की मात्रा थोक विक्रेताओं (होल सेलर्स) के लिए 50 टन, खुदरा व्यापारियों के लिए 5 टन बिग चेन रिटेलर्स के प्रत्येक आऊटलेट के लिए 5 टन एवं डिपो के लिए 50 टन निर्धारित की गई है।
इपगा के चेयरमैन का कहना था कि स्टॉक सीमा में कटौती करने की आवश्यकता नहीं थी क्योंकि दलहनों का भाव लगभग स्थिर चल रहा था। संगठित क्षेत्र के रिटेलर्स को नई भंडारण सीमा के नियंत्रण के अंदर अपने स्टॉक का प्रबंध करने में भारी कठिनाई हो रही है।
इस वेबीनार को सम्बोधित करते हुए रियालंस रिटेल्स के प्रतिनिधि ने कहा कि समूचे देश में इस कम्पनी के 4000 स्टोर्स हैं और दलहनों की उसकी दैनिक आवश्यकता इस 50 टन की स्टॉक सीमा से काफी अधिक है। सरकार को अपनी कठिनाई से कम्पनी अवगत करवाएगी।