iGrain India - नई दिल्ली । चालू खरीफ सीजन के दौरान गत वर्ष के मुकाबले जहां एक तरफ दलहन, तिलहन एवं कपास के बिजाई क्षेत्र में गिरावट दर्ज की गई वहीं दूसरी ओर धान, गन्ना और मोटे अनाजों के उत्पादन क्षेत्र में इजाफा हुआ।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार अखिल भारतीय स्तर पर चालू खरीफ सीजन में मोटे अनाजों का कुल उत्पादन क्षेत्र बढ़कर 188.02 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया जो पिछले साल के बिजाई क्षेत्र 184.77 लाख हेक्टेयर से 3.25 लाख हेक्टेयर ज्यादा है। मोटे अनाजों की बिजाई लगभग समाप्त हो चुकी है और अक्टूबर से जो बिजाई होगी वह रबी सीजन की होगी।
केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के अनुसार पिछले साल के मुकाबले वर्तमान खरीफ सीजन में मोटे अनाजों के संवर्ग में 29 सितम्बर तक यद्यपि ज्वार का रकबा 15.88 लाख हेक्टेयर से 1.35 लाख हेक्टेयर घटकर 14.53 लाख हेक्टेयर पर सिमट गया लेकिन दूसरी ओर बाजरा का बिजाई क्षेत्र 70.60 लाख हेक्टेयर से 35 हजार हेक्टेयर सुधरकर 70.95 लाख हेक्टेयर,
रागी का क्षेत्रफल 10.64 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 11.00 लाख हेक्टेयर तथा मक्का का उत्पादन क्षेत्र 82.62 लाख हेक्टेयर से उछलकर 85.79 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
इस तरह मक्का के रकबे में 3.17 लाख हेक्टेयर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। इसी प्रकार स्मॉल मिलेट्स का क्षेत्रफल भी गत वर्ष के 5.05 लाख हेक्टेयर से 71 हजार हेक्टेयर बढ़कर चालू सीजन में 5.76 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा।
अगस्त के शुष्क एवं गर्म मौसम से कई राज्यों में मोटे अनाजों की फसल को क्षति हुई लेकिन सितम्बर की वर्षा से उसे फायदा भी हुआ।