iGrain India - अंकारा । तुर्की की मुद्रा- लीरा लगातार कमजोर पड़ती जा रही है। अमरीकी डॉलर के मुकाबले लीरा की विनिमय दर में पिछले एक माह में 3 प्रतिशत एवं एक साल में 33 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है।
वहां अभी मसूर का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है जबकि घरेलू मांग कमजोर बनी हुई है। निर्यात मांग भी सुस्त है। उल्लेखनीय है कि तुर्की में मसूर का अच्छा उत्पादन होता है और वहां विदेशों से इसका आयात भी किया जाता है।
दूसरी ओर वह एशिया एवं अफ्रीका के कुछ नजदीकी देशों को मसूर का निर्यात भी करता है। फिलहाल तुर्की के मसूर आयातक काफी हद तक शांत बने हुए हैं।
तुर्की की लाल मसूर का मर्सिन डिलीवरी भाव 20,000 वीरा (700 डॉलर) प्रति टन बताया जा रहा है। वहां सभी प्रमुख कृषि जिंसों के दाम में भारी अंतर बना हुआ है जिसमें मसूर के साथ-साथ गेहूं, रूई एवं सूरजमुखी आदि भी शामिल है।
कनाडा से लाल मसूर (क्रिमसन) का तुर्की के मर्सिन बंदरगाह तक पहुंच का खर्च अक्टूबर-नवम्बर डिलीवरी के लिए कंटेनरों में 805-810 डॉलर प्रति टन बैठ रहा है। तुर्की के आयातक 750 डॉलर प्रति टन के मूल्य स्तर पर इसकी खरीद में कुछ दिलचस्पी दिखा सकते हैं।
इसी तरह कनाडाई मोटी हरी मसूर का मर्सिन पहुंच भाव नम्बर 2 ग्रेड के लिए 1280-13 डॉलर प्रति टन चल रहा है मगर 1150 डॉलर पर ही इसकी खरीद में दिलचस्पी दिखाई जा सकती है। मालूम हो कि तुर्की अपनी जरूरत के 75-80 प्रतिशत मसूर का आयात कनाडा से करता है।