iGrain India - सिडनी । सरकारी एजेंसी- ऑस्ट्रेलियाई सांख्यिकी ब्यूरो (एबीएस) की नई रिपोर्ट से पता चलता है कि अगस्त माह के दौरान ऑस्ट्रेलिया से 21,89,389 टन गेहूं का निर्यात हुआ जो जुलाई के शिपमेंट 26,66,517 टन से करीब 18 प्रतिशत कम था।
अगस्त में इंडोनेशिया को सर्वाधिक 7,67,493 टन एवं चीन को 3,39,786 टन गेहूं का निर्यात हुआ जबकि वियतनाम 2,30,043 टन के आयात के साथ तीसरे नम्बर पर रहा। ब्यूरो के अनुसार अगस्त 2022 में ऑस्ट्रेलिया से 24,79,399 टन गेहूं का निर्यात शिपमेंट किया गया था।
अफ्रीकी देशों में भी ऑस्ट्रेलियाई गेहूं की पहुंच हो रही है। इस वर्ष अगस्त में केन्या ने 43,700 टन तथा मलावी ने 27,800 टन गेहूं मंगाया। इससे संकेत मिलता है कि अफ्रीकी देशों को काला सागर क्षेत्र से गेहूं मंगाने में कठिनाई हो रही है।
दिलचस्प तथ्य यह है कि रूस से गेहूं के निर्यात की गति पिछले साल से तेज है और सरकार वहां अघोषित रूप से गेहूं का आधार प्रतिस्पर्धी हो सकता है जिससे रोमानिया सहित अन्य निकटवर्ती देशों को गेहूं का निर्यात बढ़ाने का अवसर मिल सकता है।
चीन में यद्यपि ऑस्ट्रेलियाई गेहूं की आगामी नई फसल की खरीद के प्रति अच्छी रूचि देखी जा रही है मगर इसके साथ-साथ वह फ्रांस से भी इसकी खरीद कर रहा है।
पहले आशंका व्यक्त की जा रही थी कि भारत में भी विदेशों से विशाल मात्रा में गेहूं का आयात हो सकता है मगर अब यह मामला काफी हद तक शांत हो गया है।
भारत सरकार ने अपने बफर स्टॉक का दरवाजा खोलकर घरेलू बाजार में गेहूं की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने का प्रयास किया। हालांकि भारत में गेहूं के आयात की संभावना अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुई है लेकिन ऐसा लगता है कि यदि इसकी जरूरत पड़ी तो छोटी मात्रा में आयात हो सकता है।
ऑस्ट्रेलिया से जून-अगस्त की तिमाही के दौरान कंटेनरों में करीब 3.83 लाख टन तथा बल्क रूप से 70.32 लाख टन गेहूं का निर्यात हुआ। बल्क निर्यात में ड्यूरम गेहूं का शिपमेंट भी शामिल है। वहां गेहूं की नई फसल की कटाई-तैयारी जल्दी ही आरंभ होने वाली है।