iGrain India - मांग एवं आपूर्ति के अनुरूप सरसों के दाम में उतार-चढ़ाव
नई दिल्ली । मंडियों में होने वाली आवक, क्रशिंग मिलों एवं व्यापारियों की लिवाली तथा तेल एवं ऑयलमील की कीमतों में होने वाले बदलाव के आधार पर 29 सितम्बर से 5 अक्टूबर वाले सप्ताह के दौरान सरसों के दाम में कहीं तेजी तो कहीं मंदी दर्ज की गई।
42% कंडीशन सरसों
42 प्रतिशत कंडीशन वाली सरसों का भाव दिल्ली में 50 रुपए सुधरकर 5500 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा मगर जयपुर में 50 रुपए गिरकर 5825/5850 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। उत्तर प्रदेश में सरसों का मूल्य हापुड़ मंडी में 50 रुपए तथा आगरा में 100 रुपए गिरकर क्रमश: 5750 रुपए एवं 6200 रुपए प्रति क्विंटल रह गया।
हरियाणा
हरियाणा में सरसों का बाजार नरम रहा। वहां इसका दाम आदमपुर में 156 रुपए घटकर 5313 रुपए प्रति क्विंटल, बरवाला में 50 रुपए फिसलकर 5300 रुपए प्रति क्विंटल, हिसार में 100 रुपए गिरकर 5200/5300 रुपए प्रति क्विंटल तथा चरखी दादरी में 25 रुपए फिसलकर 5525 रुपए प्रति क्विंटल रह गया।
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश में सरसों का भाव मुरैना मंडी में 150 रुपए उछलकर 5200/5300 रुपए प्रति क्विंटल एवं पोरसा मंडी में 25 रुपए सुधरकर 5150 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा मगर ग्वालियर मंडी में दाम 50 रुपए गिरकर 5200/5300 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।
राजस्थान
सबसे प्रमख उत्पादक प्रान्त- राजस्थान में सरसों का भाव गंगानगर में 53 रुपए बढ़कर 4900/5353 रुपए प्रति क्विंटल, कोटा में 100 रुपए बढ़कर 5000/5500 रुपए प्रति क्विंटल तथा खैरथल में 25 रुपए सुधरकर 5475 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा मगर भरतपुर में 18 रुपए गिरकर 5482 रुपए प्रति क्विंटल तथा टोंक में 50 रुपए गिरकर 5425 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।
सरसों तेल
सरसों की भांति सरसों तेल के दाम में कहीं तेजी तो कहीं मंदी देखी गई। दिल्ली में इसका दाम 10 रुपए गिरकर 1000 रुपए प्रति 10 किलो, जयपुर में 16 रुपए गिरकर 1036 रुपए तथा आगरा में 20 रुपए घटकर 1080 रुपए प्रति 10 किलो रह गया। दूसरी ओर इसका भाव मुरैना में 20 रुपए बढ़कर 1040 रुपए, लुधियाना में 5 रुपए सुधरकर 1010 रुपए तथा अलवर में 20 रुपए बढ़कर 1000 रुपए प्रति 10 किलो पर पहुंच गया। अन्य बाजारों में भी सरसों तेल एक्सपेलर के दाम में इसी तरह की तेजी-मंदी दर्ज की गई।
आवक
राष्ट्रीय स्तर पर प्रमुख उत्पादक राज्यों की महत्वपूर्ण मंडियों में सरसों की आवक 29 सितम्बर एवं 30 सितम्बर को 3.25-3.25 लाख बोरी, 3 अक्टूबर को तथा 4 अक्टूबर को 4.25-4.25 लाख बोरी तथा 5 अक्टूबर को 4 लाख बोरी दर्ज की गई। सरसों की प्रत्येक बोरी 50 किलो की होती है।