iGrain India - सिडनी । काला सागर क्षेत्र में अवस्थित देश- रूस में लगातार दूसरे साल गेहूं का शानदार उत्पादन हुआ है जिससे वहां इसका विशालकाय निर्यात योग्य स्टॉक मौजूद है। फसल की कटाई-तैयारी लगभग समाप्त हो चुकी हैं।
रूस का गेहूं सस्ता होता है इसलिए मिस्र, तुर्की एवं कई अन्य एशियाई तथा अफ्रीकी देश विशाल मात्रा में इसकी खरीद करते हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में नियमित एवं निर्बाध रूप से रुसी गेहूं पहुंच रहा है।
रूस पहले ही गेहूं के निर्यात में प्रथम स्थान पर पहुंच चुका है और चालू वर्ष के दौरान भी वैश्विक निर्यात बाजार पर उसका दबदबा बरकरार रहने की संभावना है।
रूस के कृषि मंत्री ने 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग मार्केटिंग सीजन के दौरान अनाज का घरेलू उत्पादन बढ़कर 1350 लाख पर पहुंचने का अनुमान लगाया है जिसमें 900 लाख टन गेहूं का उत्पादन भी शामिल है।
2022-23 के सीजन में वहां 1044 लाख टन गेहूं के रिकॉर्ड उत्पादन के साथ खाद्यान्न का कुल उत्पादन उछलकर 1577 लाख टन के सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया था। इस तरह 2023-24 का उत्पादन अब तक का दूसरा सबसे ऊंचा स्तर माना जा रहा है।
ध्यान देने की बात है कि गेहूं एवं खाद्यान्न का सरकारी उत्पादन अनुमान बाजार समीक्षको एवं कारोबारी विश्लेषकों द्वारा लगाए अनुमान से छोटा है।
एक अग्रणी विश्लेषक ने गेहूं का घरेलू उत्पादन 916 लाख टन, एक कृषि परामर्श फर्म ने 920 लाख टन तथा एक लॉजिस्टिक फर्म ने 929 लाख टन होने का अनुमान लगाया है।
उल्लेखनीय है कि सितम्बर में अमरीकी कृषि विभाग (उस्डा) ने जो मासिक रिपोर्ट जारी की थी उसमें 2023-24 सीजन के दौरान रूस में केवल 850 लाख टन गेहूं के उत्पादन का अनुमान लगाया था। यह देखना दिलचस्प होगा कि अक्टूबर की रिपोर्ट में उस्डा रुसी गेहूं के उत्पादन अनुमान में बढोत्तरी करता है या नहीं।
उधर यूरोपीय आयोग का कहना है कि रूस में सभी कृषि फसलों का उत्पादन परिदृश्य बेहतर रहा है। उसने रूस में 897 लाख टन गेहूं के उत्पादन की संभावना व्यक्त की है जबकि बिजाई क्षेत्र का आंकड़ा 284 लाख हेक्टेयर बताया है और इसकी औसत उपज दर 3.15 टन प्रति हेक्टेयर रहने का अनुमान लगाया है।
गेहूं का यह उत्पादन आंकड़ा 2022-23 के उत्पादन 1039 लाख टन से काफी कम है। पिछले साल रूस में 292 लाख हेक्टेयर में गेहूं की खेती हुई थी और इसकी औसत उत्पादकता दर 3.56 टन प्रति हेक्टेयर दर्ज की गई थी।