iGrain India - चेन्नई । चालू सीजन के दौरान नारियल एवं कोपरा का घरेलू बाजार भाव काफी हद तक एक निश्चित सीमा में स्थिर रहने की संभावना व्यक्त करते हुए कोयंबटूर स्थित तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय के कृषि एवं ग्रामीण विकास अध्ययन केन्द्र ने कहा है कि दिसम्बर माह के दौरान अच्छी क्वालिटी के नारियल का दाम उत्पादक क्षेत्रों में 10-12 रुपए प्रति नग रह सकता है जबकि कोपरा का भाव 80 रुपए प्रति किलो के आसपास रहने का अनुमान है।
अन्य राज्यों से होने वाली आवक के आधार पर कीमतों में कुछ परिवर्तन हो सकता है इसलिए उत्पादकों को उसके अनुरूप ही अपने माल की बिक्री करने का निर्णय लेने की सलाह दी जाती है।
मूल्य पूर्वानुमान दल द्वारा इरोड तथा पेरुन दुरई सहकारी विपणन सोसायटी के मार्केट में पिछले 15 वर्षों के आंकड़े का अध्ययन- विश्लेषण करने के बाद नारियल एवं कोपरा के उपरोक्त मूल्य का अनुमान लगाया गया है।
व्यापार विश्लेषकों के अनुसार उपयुक्त एवं अनुकूल मौसम के सहारे तमिलनाडु के विभिन्न भागों में नारियल एवं कोपरा के उत्पादन में अच्छी बढ़ोत्तरी हुई जबकि केरल एवं कर्नाटक जैसे पड़ोसी राज्यों से भी सितम्बर से इसकी आवक हो रही है। नारियल तेल की मांग एवं आपूर्ति के आधार पर विभिन्न मंडियों में मिलिंग कोपरा का भाव अलग-अलग चल रहा है।
नारियल तेल का भाव प्रतिस्पर्धी मूल्य पर विदेशों से आयातित वनस्पति तेल की उपलब्धता एवं कीमतों से भी प्रभावित होता है। उल्लेखनीय है कि नारियल का उपयोग खाद्य रूप, पेय पदार्थ, रेशा एवं ईंधन आदि के तौर पर किया जाता है।
इंडोनेशिया, फिलीपिंस, भारत, ब्राजील, श्रीलंका एवं थाईलैंड इसके प्रमुख उत्पादक देश हैं। केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के प्रथम अग्रिम अनुमान के अनुसार 2022-23 सीजन के दौरान नारियल के बागानों का कुल क्षेत्रफल 21.77 लाख हेक्टेयर या और कुल उत्पादन 135.18 लाख टन दर्ज किया गया। तमिलनाडु देश में नारियल का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है जहां 35.11 लाख टन का उत्पादन हुआ। वहां नारियल की औसत उपज दर सबसे ऊंची रहती है।