iGrain India - वैंकुवर । चालू वर्ष के दौरान कनाडा के प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में मौसम एवं वर्षा की हालत अनुकूल नहीं होने से काबुली चना की क्वालिटी प्रभावित हुई और इसका दाना काफी छोटा रह गया। समीक्षकों का कहना है कि छोटे दाने वाले काबुली चना की अधिकता के कारण बाजार में इसका भाव नरम रह सकता है। लेकिन सीमित स्टॉक के कारण बड़े दाने वाले माल की कीमत मजबूत रहने की उम्मीद है।
8 मि०मी० या इससे अधिक बड़े आकार वाले काबुली चना की सीमित आपूर्ति होगी जबकि 7 मि०मी० या इससे छोटे दाने वाले माल की उपलब्धता ज्यादा रहेगी। यही स्थिति कनाडा के साथ-साथ दुनिया के अन्य उत्पादक एवं निर्यातक देशों में भी देखी जा रही है।
तुर्की में इस वर्ष करीब 2.20 लाख टन काबुली चना का उत्पादन हुआ जबकि पहले 2.45 से 3.25 लाख टन के बीच उत्पादन का अनुमान लगाया गया था। वहां अच्छी क्वालिटी के माल का स्टॉक अत्यन्त सीमित है।
आमतौर पर तुर्की में काबुली चना के कुल उत्पादन में 8 मि०मी० आकार वाले दाने की भागीदारी 20 प्रतिशत रहती है जबकि चालू वर्ष में महज 6 से 8 प्रतिशत के बीच रहने की संभावना है।
शेष माल 8 मि०मी० या इससे छोटे दाने का है। वहां पिछला स्टॉक भी नहीं है इसलिए उसे विदेशों से काबुली चना का आयात करना पड़ रहा है। जनवरी-जुलाई 2023 में वहां काबुली चना का आयात उछलकर 78 हजार टन पर पहुंच गया जो वर्ष 2022 के इन्हीं महीनों के आयात 22,367 के तिगुने से भी ज्यादा है।
जनवरी से जून तक तुर्की में काबुली चना का शुल्क मुक्त आयात हो रहा था मगर जुलाई से वहां इस पर 19.3 प्रतिशत का सीमा शुल्क लागू हो गया। अमरीका में भी इस बार छोटे दाने वाले काबुली चना का उत्पादन बढ़ा है।
वहां उत्पादन बेहतर होने से इसका आयात घटकर 67 हजार टन पर सिमटने की संभावना है। कनाडा में पिछला स्टॉक नगण्य होने से निर्यात पर असर पड़ रहा है। पिछले सीजन के 2.30 लाख टन के मुकाबले इस बार निर्यात 1.05 लाख टन पर सिमटने की संभावना है।