iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय खाद्य मंत्रालय को त्यौहारी सीजन में चीनी की मांग, खपत एवं कीमत बढ़ने के बारे में पहले से पता था इसलिए उसने एहतियाती कदम उठाए हुए अक्टूबर माह में बिक्री के लिए दो चरणों में कुल मिलाकर 28 लाख टन चीनी का रिकॉर्ड फ्री सेल (NS:SAIL) कोटा जारी कर दिया।
प्रथम चरण का 13 लाख टन का कोटा सितम्बर में ही यह कहते हुए जारी किया गया कि मिलें 10 अक्टूबर तक इसकी बिक्री कर सकती हैं। इसके बाद अक्टूबर में 15 लाख टन का कोटा दूसरे चरण में जारी किया गया।
सरकार को उम्मीद थी कि इस भारी-भरकम कोटे के दबाव से चीनी का भाव नीचे आएगा और त्यौहारी सीजन में आम उपभोक्ताओं को कुछ राहत मिलेगी। लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
चीनी का दाम घटने के बजाए कुछ बढ़ गया। इससे चिंतित केन्द्रीय खाद्य मंत्रालय ने अब चीनी के व्यापारियों- डीलरों, प्रोसेसर्स एवं बिग चेन रिटेलर्स को सख्त निर्देश दिया है कि वे 17 अक्टूबर 2023 तक अपने स्टॉक का सम्पूर्ण विवरण सरकारी वेबसाइट पर अनिवार्य रूप से अपलोड करें अन्यथा उसके विपक्ष सख्त कदम उठाया जाएगा।
ऑल इंडिया शुगर ट्रेड एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कुछ दिन पूर्व कहा था कि अगर चीनी के घरेलू बाजार मूल्य में जल्दी ही नरमी नहीं आई तो सरकार इस 28 लाख टन के नियत फ्री सेल कोटे से ऊपर 1-2 लाख टन अतिरिक्त कोटा जारी कर सकती है और इसकी बिक्री की अवधि नवम्बर के प्रथम सप्ताह तक निर्धारित कर सकती है। नवम्बर में दीपावली है इसलिए चीनी की मांग एवं खपत आगे और बढ़ सकती है।
चीनी की पर्याप्त आपूर्ति एवं उपलब्धता सुनिश्चित करने एवं कीमतों में तेजी पर अंकुश लगाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है इसलिए किसी भी नए निर्णय की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है जहां नवम्बर में मतदान होना है। गन्ना की क्रशिंग एवं चीनी के उत्पादन का नया मार्केटिंग सीजन भी औपचारिक तौर पर शुरू हो चुका है।