iGrain India - मुम्बई । वर्ष 2022 के दौरान चीन में भारत से कॉटन यार्न के निर्यात में निरंतर गिरावट आती रही और बांग्ला देश को इसमें अग्रता मिल गई। चीन कॉटन यार्न के सबसे बड़े आयातकों में शामिल है। लेकिन वर्ष 2023 के दौरान इसमें भारतीय परिवर्तन आ गया।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार चालू वर्ष के शुरूआती 7 महीनों में यानी जनवरी से जुलाई 2023 के दौरान चीन को भारतीय कॉटन यार्न का निर्यात तेजी से उछलकर 440.90 मिलियन डॉलर पर पहुंच गया जो वर्ष 2022 की समान अवधि के निर्यात 86.26 मिलियन डॉलर की तुलना में 411.12 प्रतिशत अधिक है।
जुलाई 2023 में तो कमाल हो गया जब वहां इसका निर्यात गत वर्ष के 12.70 लाख डॉलर से 8888.97 प्रतिशत उछलकर 1145.50 लाख डॉलर पर पहुंच गया। इसके साथ ही भारत जुलाई में चीन को कॉटन यार्न की आपूर्ति की दृष्टि से बांग्ला देश से आगे निकल गया।
बांग्ला देश में जुलाई 2023 के दौरान भारत से केवल 817.30 लाख डॉलर मूल्य के कॉटन यार्न का आयात हुआ जो पिछले साल से 1 प्रतिशत कम रहा।
वैसे कुल मिलाकर चीन की तुलना में बांग्ला देश ने भारत से अधिक मूल्य के कॉटन यार्न का आयात किया। जनवरी-जुलाई 2023 के दौरान वहां 524.46 मिलियन डॉलर मूल्य के भारतीय कॉटन यार्न का आयात हुआ मगर फिर भी वह वर्ष 2022 की समान अवधि के मुकाबले 51.89 प्रतिशत कम रहा।
बांग्ला देश और चीन के बाद तुर्की भारतीय कॉटन यार्न का तीसरा सबसे प्रमुख आयातक देश है। वहां चालू वर्ष के आरंभिक सात महीनों में भारत से कॉटन यार्न का निर्यात पिछले साल की तुलना में 32.18 प्रतिशत बढ़कर 117.47 मिलियन डॉलर पर पहुंच गया।
लेकिन समीक्षाधीन अवधि के दौरान भारत से कॉटन यार्न का कुल निर्यात 16.68 प्रतिशत घटकर 1.95 अरब डॉलर पर सिमट गया क्योंकि बांग्ला देश, मिस्र, पेरू, पुर्तगाल तथा वियतनाम जैसे देशों में निर्यात प्रदर्शन कमजोर रहा। चीन और तुर्की में निर्यात बेहतर देखा गया।