iGrain India - मुम्बई । मानसूनी वर्षा की कमी से जूझने वाले राज्यों में शामिल- महाराष्ट्र में कृषि विभाग ने 2023-24 के खरीफ उत्पादन का पहला अग्रिम अनुमान जारी किया है।
कृषि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 2022-23 के मुकाबले 2023-24 के खरीफ सीजन के दौरान महाराष्ट्र में चावल का उत्पादन 34.54 लाख टन से गिरकर 34.48 लाख टन, ज्वार का उत्पादन 1.36 लाख टन से फिसलकर 91 हजार टन, बाजरा का 4.45 लाख टन से घटकर 2.00 लाख टन, रागी का 91 हजार टन से फिसलकर 81 हजार टन तथा मक्का का उत्पादन 27.12 लाख टन से लुढ़ककर 13.58 लाख टन पर सिमटने की संभावना है।
अनाजी फसलों का कुल उत्पादन गत वर्ष के 68.58 लाख टन से घटकर इस बार 51.97 लाख टन रह जाएगा। इसी तरह दलहन फसलों का उत्पादन भी 13.97 लाख टन से घटकर 10.69 लाख टन पर अटकने का अनुमान लगाया गया है।
इसके तहत तुवर का उत्पादन 9.26 लाख टन से गिरकर 8.76 लाख टन, मूंग का 1.71 लाख टन से घटकर 60 हजार टन, उड़द का 2.26 लाख टन से लुढ़ककर 87 हजार टन तथा अन्य दलहनों का उत्पादन 75 हजार टन से घटकर 47 हजार टन रह जाने की संभावना है।
तिलहन फसलों का हाल भी कुछ ऐसा ही है। सरकारी रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल की तुलना में चालू खरीफ सीजन के दौरान महाराष्ट्र में सोयाबीन का उत्पादन 66.05 लाख टन से लुढ़ककर 46.73 लाख टन, मूंगफली का उत्पादन 1.91 लाख टन से घटकर 1.24 लाख टन, तिल का 1500 टन से गिरकर 1100 टन, नाइजरसीड का 1300 टन से फिसलकर 1000 टन तथा सूरजमुखी का उत्पादन 7 हजार टन से घटकर 600 टन रह जाने की संभावना है।
नकदी या व्यापारिक फसलों के संवर्ग में महाराष्ट्र में गन्ना का उत्पादन 2022-23 सीजन के 13.58 करोड़ टन से लुढ़ककर 2023-24 के वर्तमान सीजन में 10.68 करोड़ टन तथा कपास का उत्पादन 84.13 लाख गांठ से घटकर 75.73 लाख गांठ पर सिमट जाने का अनुमान लगाया गया है।
खरीफ फसलों के इस उत्पादन अनुमान से स्पष्ट संकेत मिलता है कि महाराष्ट्र में इस बार मौसम एवं मानसून की हालत अच्छी नहीं रही।