iGrain India - कुआलालम्पुर । मलेशिया सरकार ने अक्टूबर की भांति नवम्बर 2023 के लिए भी पाम तेल पर 8 प्रतिशत के निर्यात शुल्क को बरकरार रखने का निर्णय लिया है। पिछले कई महीनों से शुल्क की दर इसी स्तर पर कायम है।
यद्यपि पाम तेल के संदर्भ मूल्य (रिफ्रेंस प्राइस) में उतार-चढ़ाव होता रहा है मगर अब तक यह इस स्तर पर नहीं आया है जहां 8 प्रतिशत से कम का निर्यात शुल्क लगाना जरुरी होता है।
नवम्बर माह के लिए क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का रिफ्रेन्स मूल्य 3556.08 रिंगिट प्रति टन नियत हुआ है जो अक्टूबर के लिए निर्धारित रिफ्रेंस मूल्य 3710.50 रिंगिट प्रति टन से कम है।
रिफरेंस मूल्य का स्तर नीचे होने से सीपीओ पर शुल्क की दर भी घट जाएगी। ज्ञात हो कि अक्टूबर माह के लिए सीपीओ पर 296.84 रिंगिट या 63.41 डॉलर प्रति टन का निर्यात शुल्क लग रहा है जबकि नवम्बर के लिए यह शुल्क घटकर 284.49 रिंगिट या 60.07 डॉलर प्रति टन रह जाएगा। इससे मलेशियाई पाम तेल निर्यातकों तथा विदेशी आयातकों को राहत मिलेगी। ध्यान देने की बात है कि पाम तेल का भाव पहले ही घटकर काफी नीचे आ चुका है।
मलेशिया में क्रूड पाम तेल पर निर्यात शुल्क का निर्धारण एक निश्चित फार्मूलें के आधार पर किया जाता है। इसकी शुरुआत 2250 से 2450 रिंगिट प्रति टन के रिफरेंस मूल्य से होती है जिस पर 3 प्रतिशत का शुल्क लगाया जाता है।
रिफ्रेंस मूल्य जैसे -जैसे बढ़ता है, शुल्क का स्तर भी उसी अनुपात में बढ़ाया जाता है। इसकी अंतिम सीमा 3400 रिंगिट प्रति टन की है। यदि पाम तेल का रिफरेंस मूल्य 3400 रिंगिट प्रति टन या उससे ऊंचा (चाहे कितना भी ऊंचा हो) है तो उस पर 8 प्रतिशत का निर्यात शुल्क लागू होगा। निर्यात शुल्क का यह उच्चतम स्तर है।