iGrain India - मुम्बई । दक्षिण-पूर्व एशिया की मजबूत मांग एवं घरेलू प्रभाग में प्रतिस्पर्धी कीमत के कारण भारत से ऑयल मील के निर्यात में अच्छी बढ़ोत्तरी हो रही है। सितम्बर 2023 में इसका निर्यात बढ़कर 3.31 लाख टन के करीब पहुंचा जो सितम्बर 2022 के शिपमेंट 2.41 लाख टन से 37 प्रतिशत अधिक रहा।
इसी तरह चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में यानी अप्रैल- सितम्बर 2023 के दौरान ऑयल मील का कुल निर्यात उछलकर 22.76 लाख टन पर पहुंच गया जो पिछले साल की समान अवधि के शिपमेंट 17.62 लाख टन से 29 प्रतिशत अधिक था।
जहां तक सोयामील का सवाल है तो पिछले साल इसका भाव अत्यन्त ऊंचा रहने से निर्यात प्रभावित हुआ था लेकिन चालू वर्ष में स्थिति बेहतर है। इसके फलस्वरूप गत वर्ष के मुकाबले चालू वर्ष के दौरान इसका निर्यात 1.21 लाख टन से उछलकर 5.87 लाख टन पर पहुंच गया।
इसी तरह सरसों खल (रेपसीड मील) का निर्यात 12.41 लाख टन से बढ़कर 13.45 लाख टन तथा अरंडी मील का निर्यात 1.54 लाख टन से सुधरकर 1.82 लाख टन पर पहुंचा मगर राइस ब्रान एक्सट्रैक्शन का शिपमेंट 2.05 लाख टन से गिरकर 1.52 लाख टन पर सिमट गया।
समीक्षाधीन छमाही के दौरान भारतीय ऑयल मील का निर्यात यद्यपि दक्षिण कोरिया में 5.29 लाख टन से घटकर 4.62 लाख टन तथा वियतनाम में 3.1 लाख टन से गिरकर 3.02 लाख टन पर सिमट गया लेकिन दूसरी ओर यह थाईलैंड में 3.58 लाख टन से सुधरकर 3.75 लाख टन, बांग्ला देश में 1.81 लाख टन से उछलकर 4.36 लाख टन तथा ताइवान में 62 हजार टन से बढ़कर 96 हजार टन पर पहुंच गया। इसके अलावा कई अन्य देशों में भी ऑयल मील का आयात किया।
भारतीय बंदरगाह पर फ्री ऑन बोर्ड औसत इकाई निर्यात ऑफर मूल्य सितम्बर 2023 के दौरान सोयामील का 545 डॉलर प्रति टन, रेपसीड मील का 314 डॉलर प्रति टन तथा अरंडी मिल का 120 डॉलर प्रति टन दर्ज किया गया जो सितम्बर 2022 में क्रमश: 565 डॉलर प्रति टन, 295 डॉलर प्रति टन और 152 डॉलर प्रति टन चल रहा था।
राइस ब्रान एक्सट्रैक्शन का निर्यात अगस्त से ही ठप्प है। सोयामील एवं रेपसीड मील का निर्यात प्रदर्शन आगे भी बेहतर रहने के आसार हैं। सोयाबीन के नए माल की आवक शुरू हो चुकी है और इसका भाव घटकर काफी नीचे आ गया है।