iGrain India - बीजिंग । चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो का कहना है कि देश में पतझड़ कालीन अनाज की पैदावार काफी अच्छी देखी जा रही है जिससे पूरे मार्केटिंग सीजन का उत्पादन एक नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाने की उम्मीद है।
ब्यूरो के मुताबिक कृषि उत्पादों की पर्याप्त आपूर्ति एवं उपलब्धता तथा पशु पालन उद्योग की स्थायी प्रगति से राष्ट्रीय अर्थ व्यवस्था के विकास के लिए एक मजबूत आधार का निर्माण हो रहा है। चीन अब कोरोना महारोग से हुए नुकसान के भंवर से धीरे-धीरे उबर रहा है।
पिछले तीन साल के दौरान इस महामारी के कारण देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह बाधित और प्रभावित हुई थी। इस वर्ष सरकार ने कोरोना नियंत्रण उपायों के तहत बनाए गए कुछ कठोर नियमों को समाप्त कर दिया और वहां तीसरी तिमाही के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की विकास दर गत वर्ष की तुलना में 4.9 प्रतिशत बढ़ गई।
ब्यूरो के मुताबिक चालू वर्ष में ग्रीष्मकालीन सीजन के दौरान प्रतिकूल प्राकृतिक परिस्थितियों के कारण खाद्यान्न के उत्पादन में गिरावट आने के बावजूद जीडीपी की स्थिति बेहतर इसलिए हो सकी क्योंकि पतझड़ सीजन में अनाज का शानदार उत्पादन हुआ। इस सीजन के दौरान फसलों के बिजाई क्षेत्र में कुछ बढ़ोत्तरी हुई और देश के उत्तरी भाग में अच्छी वर्षा भी हुई।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार चीन में इस बार ग्रीष्मकालीन अनाज का उत्पादन 14.613 करोड़ टन (292.30 अरब जिन) तक ही पहुंच सका जो पिछले साल से 0.9 प्रतिशत कम रहा। लेकिन फिर भी यह अब तक का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादन माना गया।
चावल का उत्पादन तो 0.8 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 56.7 अरब जिन पर पहुंचा मगर मक्का सहित कुछ अन्य के उत्पादन में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई।
उल्लेखनीय है कि चीन दुनिया में चावल तथा गेहूं का सबसे बड़ा उत्पादक देश है जबकि मक्का के उत्पादन में अमरीका के बाद दूसरे नम्बर पर है। इसके अलावा वहां ज्वार एवं बाजरा तथा सोयाबीन आदि का उत्पादन भी बड़े पैमाने पर होता है।