iGrain India - ऊंचे दाम पर लिवाली कम होने से चीनी का भाव नरम
नई दिल्ली । सरकार की सख्ती एवं स्टॉकिस्टों की कम लिवाली के कारण 14-20 अक्टूबर वाले सप्ताह के दौरान आमतौर पर चीनी के दाम में नरमी या स्थिरता देखी गई जबकि कहीं-कहीं इसमें तेजी का माहौल भी रहा।
मिल डिलीवरी भाव
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान चीनी का मिल डिलीवरी भाव पूर्वी उत्तर प्रदेश में 30 रुपए गिरकर 3820/3970 रुपए प्रति क्विंटल, पंजाब में 90 रुपए लुढ़ककर 3981/4081 रुपए प्रति क्विंटल तथा मध्य प्रदेश में 35 रुपए घटकर 3835/3915 रुपए प्रति क्विंटल पर आया मगर बिहार में 3930/4030 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चीनी का मिल डिलीवरी भाव 20 रुपए सुधरकर 3907/4055 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया।
गुजरात
गुजरात में चीनी के मिल डिलीवरी मूल्य में मिश्रित रुख देखा गया। वहां एस ग्रेड का भाव 30 रुपए बढ़कर 3701/3811 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा और एल ग्रेड का दाम 3791/3891 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा लेकिन एसएस ग्रेड का मूल्य 10 रुपए तथा एम ग्रेड का मूल्य 30 रुपए घटकर क्रमश: 3721/3761 रुपए तथा 3781/3811 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।
हाजिर भाव
चीनी का हाजिर बाजार भाव दिल्ली में 80 रुपए उछलकर 4200/4250 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। इंदौर मार्केट में एस ग्रेड चीनी का दाम 4050 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा मगर एम ग्रेड का मूल्य 10 रुपए गिरकर 4140 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। छत्तीसगढ़ के रायपुर मार्केट में चीनी का भाव पिछले स्तर पर ही स्थिर रहा। वहां एस ग्रेड का दाम 4050 रुपए प्रति क्विंटल, एसएस ग्रेड का 4075 रुपए एवं एम ग्रेड का दाम 4100 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया।
मुम्बई / महाराष्ट्र
मुम्बई (वाशी) मार्केट में भी चीनी का भाव एस ग्रेड का 3770/3870 रुपए प्रति क्विंटल एवं एम ग्रेड का दाम 3870/3970 रुपए प्रति क्विंटल के पिछले स्तर पर बरकरार रहा। चीनी के नाका पोर्ट डिलीवरी मूल्य में भी कोई बदलाव नहीं हुआ और इसके तहत एस ग्रेड का दाम 3720/3820 रुपए प्रति क्विंटल तथा एम ग्रेड का भाव 3820/3920 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। लेकिन महाराष्ट्र में चीनी के टेंडर मूल्य में काफी गिरावट आई। जहां एस ग्रेड का टेंडर मूल्य 75 रुपए घटकर 3650 रुपए प्रति क्विंटल, एसएस ग्रेड का 45 रुपए गिरकर 3670/3675 रुपए प्रति क्विंटल तथा एम ग्रेड का 50 रुपए घटकर 3680/3750 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। कर्नाटक में भी टेंडर मूल्य नरम रहा।