iGrain India - गांधीनगर । गुजरात सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर किसानों से खरीफ फसलों की खरीदारी आरंभ कर दी है। हालांकि इस बार रजिस्ट्रेशन करवाने वाले किसानों की संख्या घट गई लेकिन फिर भी गुजरात सरकार ने 11.51 लाख टन खरीफ फसलों की खरीद का लक्ष्य निर्धारित कर दिया है।
इसके तहत मूंगफली, सोयाबीन, मूंग एवं उड़द की खरीद की जाएगी। चूंकि इस बार इन फसलों का खुला बाजार भाव ऊंचा चल रहा है इसलिए किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अपना उत्पाद बेचने के ज्यादा इच्छुक नहीं दिखाई पड़ते हैं।
गुजरात में समर्थन मूल्य पर इन फसलों की खरीद के लिए अनेक क्रय केन्द्र खोले गए हैं। इसके तहत मूंगफली के लिए 160, सोयाबीन के लिए 97, मूंग के लिए 73 तथा उड़द के लिए 105 क्रय केन्द्र स्थापित किए गए हैं।
गुजरात के कृषि मंत्री का कहना है कि यद्यपि समर्थन मूल्य पर अपनी फसल बेचने के लिए पंजीकरण करवाने वाले किसानों की संख्या इस बार कम है लेकिन सरकार खरीद की निर्बाध प्रक्रिया जारी रखेगी।
राज्य में उपरोक्त दलहन एवं तिलहन की खरीद की प्रक्रिया विधिवत आरंभ हो चुकी है। कृषि मंत्री के अनुसार यह ख़ुशी की बात है कि दलहन-तिलहन का खुला बाजार भाव ऊंचा है क्योंकि इससे किसानों को आकर्षक आमदनी प्राप्त करने में सहायता मिल रही है।
कृषि मंत्री के मुताबिक फ़िलहाल गुजरात राज्य सहकारी विपणन महासंघ लि० द्वारा किसानों से एमएसपी पर मूंगफली की खरीद की जाएगी जबकि एक एफपीओ- इंडी द्वारा सोयाबीन, उड़द एवं मूंग की खरीदारी की जाएगी। वे खरीद के लिए अपने क्रय केन्द्र खोलेंगे।
गुजरात सरकार ने इस वर्ष 11.51 लाख टन दलहन-तिलहन की खरीद का जो लक्ष्य नियत किया है उसमें 9.98 लाख टन मूंगफली, 91,343 टन सोयाबीन, 9 हजार टन मूंग एवं 53 हजार टन उड़द की खरीद शामिल है।
16 अक्टूबर तक मूंगफली की बिक्री के लिए 35,585 किसान, सोयाबीन के लिए 23,316 किसान, मूंग के लिए 95 किसान तथा उड़द की बिक्री के लिए 62 किसान ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया। राज्य सरकार ने किसानों के रजिस्ट्रेशन की समय सीमा अब 31 अक्टूबर 2023 तक बढ़ाने का निर्णय लिया है।