iGrain India - जकार्ता । इंडोनेशिया में पाम तेल में वायदा कारोबार के लिए नए एक्सचेंज में काम काज आरंभ हो गया है। यह काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इंडोनेशिया दुनिया में पाम तेल का सबसे बड़ा उत्पादक एवं निर्यातक देश है और इस एक्सचेंज के माध्यम से वहां एक विश्वसनीय बेंचमार्क मूल्य नियत करने में सहायता मिलेगी।
इंडोनेशिया कॉमोडिटीज एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (आईसीडीएक्स) नामक इस एक्सचेंज में क्रूड पाम तेल (सीपीओ) में पहला फिजिकल कारोबार शुरू हुआ जिसमें 4 लॉट (25 टन का प्रत्येक लॉट) सीपीओ का वायदा अनुबंध 11,305 रुपियाह (0.7130 डॉलर) प्रति किलो की दर से किया गया।
इस एक्सचेंज का उद्देश्य पाम तेल के कारोबार को पारदर्शी बनाना तथा व्यवस्थित करना है। इसमें स्पॉट मूल्य का प्रचलन आरंभ हुआ है और शुरूआती दिन इसमें पाम तेल की 18 कंपनियों ने भाग लिया।
पाम तेल एक्सचेंज के माध्यम से एक विश्वसनीय बेंचमार्क मूल्य के निर्माण हेतु इंडोनेशिया ने यह कदम उठाया है जो वैश्विक बाजार के लिए एक अच्छा रणनीतिक प्रयास है।
इस एक्सचेंज में क्रूड पाम तेल (सीपीओ) में वायदा अनुबंधों का प्रचलन शुरू होना अभी बाकी है जबकि फिलहाल वहां फिजिकल ट्रांजैक्शन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। एक और खास बात यह है कि कंपनियों के लिए इस एक्सचेंज में कारोबार करना अनिवार्य नहीं बल्कि स्वैच्छिक है।
यदि पाम तेल कंपनियों को यह चैनल बेहतर प्रतीत होगा तो वे शीघ्र ही इसमें भाग लेने का प्रयास कर सकती हैं। वैसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक कंपनियों को स्वतंत्र रूप से पाम तेल में कारोबार करना पसंद है।
प्रत्यक्ष कारोबार का विरोध नहीं हो रहा है लेकिन सरकार सीपीओ का बेंचमार्क मूल्य नियत करने की इच्छुक है। मलेशिया के कुआलालम्पुर स्थित बुर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स (बीएमडी) एक्सचेंज तथा चीन के डालियान कॉमोडिटी एक्सचेंज में भी पाम तेल में वायदा कारोबार पहले से ही प्रचलित है।
समीक्षकों का कहना है कि इंडोनेशिया में पाम तेल वायदा कारोबार के इस नवजात एक्सचेंज को सरल, सफल तथा सहज बनाने के लिए सरकार के सहयोग- समर्थन एवं प्रोत्साहन की आवश्यकता पड़ेगी।