नई दिल्ली, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान जवाब देते हुए कहा कि भारतीय खुदरा निवेशकों की सराहना की जानी चाहिए।उन्होंने कहा, हमें भारतीय खुदरा निवेशकों और भारतीय बाजारों में खरीदी गई उनकी अवशोषित क्षमता की सराहना करनी चाहिए।
वित्त मंत्री ने कहा, निवेश को केवल एफपीआई और एफआईआई को देखकर ही नहीं आंकना होगा, जो स्वभाव से ब्याज दर पर निर्भर करते हैं और उतार-चढ़ाव भी करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि एफपीआई और एफआईआई कहीं और ब्याज दरों और कहीं और संभावनाओं से बहुत लुभा सकते हैं।
उन्होंने सदन को बताया, इसलिए एफपीआई और एफआईआई स्पष्ट रूप से अपने विशिष्ट स्वभाव के कारण आने और जाने वाले हैं।
उन्होंने कहा, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की आमद पर विचार किया जाना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय खुदरा निवेशक एक सक्षम अवशोषित क्षमता विकसित करने और भारत में शेयर बाजारों में पैसा निवेश करने के लिए प्रशंसा के पात्र हैं।
वित्त मंत्री कांग्रेस सदस्य डॉ शशि थरूर के सवाल का जवाब दे रही थीं, जिन्होंने भारतीय इक्विटी बाजारों से बाहर निकलने वाले विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) और विदेशी संस्थागत निवेशकों के बारे में पूछा था।
--आईएएनएस
एसकेके/एएनएम