इस्लामाबाद, 22 मई (आईएएनएस)। पाकिस्तान सरकार ने यह पता लगाने के लिए एक जांच समिति का गठन किया है कि 17 मई की रात किर्गिस्तान के बिश्केक में भीड़ ने उसके छात्रों पर हमला क्यों किया।पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार मंगलवार को पाकिस्तानी छात्रों की चिंताएं दूर करने के लिए बिश्केक गए थे। उन्होंने कहा कि अब तक 4000 से ज्यादा छात्रों को किर्गिस्तान से वापस लाया गया है।
अपनी वापसी के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए डार ने कहा कि किर्गिस्तान के विभिन्न विश्वविद्यालयों में लगभग 10,000 पाकिस्तानी छात्र नामांकित हैं, जिनमें से लगभग 6000 सिर्फ राजधानी बिश्केक में हैं, जहां भीड़ के हमले की घटना हुई थी।
डार ने कहा, "विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव मुहम्मद सलीम इस घटना की जांच करने के लिए एक तथ्य-खोज समिति का नेतृत्व करेंगे, जिसमें इस तरह के घटनाक्रम के कारण और पाकिस्तानी मिशन और सरकार की प्रतिक्रिया शामिल होगी।"
उन्होंने कहा, "समिति किर्गिज अधिकारियों के साथ समन्वय करेगी, बिश्केक में सभी निष्कर्षों और विकास की समीक्षा करेगी और दो सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।"
4,036 छात्र जो पहले ही पाकिस्तान लौट चुके हैं, उनमें से 3,233 छात्रों ने वाणिज्यिक उड़ानें लीं, जबकि 513 ने संघीय सरकार की विशेष उड़ान सुविधा का लाभ उठाया और खैबर पख्तूनख्वा सरकार की विशेष उड़ान से 290 छात्र भी वापस आए।
स्थानीय लोगों और मिस्र के छात्रों के बीच हाल ही में हुए विवाद का एक वीडियो वायरल होने के बाद पिछले शुक्रवार को बिश्केक में सुरक्षा स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गया। इसके बाद पाकिस्तानी छात्रों की बड़े पैमाने पर वापसी शुरू हुई।
इस हमले में कई अंतर्राष्ट्रीय छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें ज्यादातर पाकिस्तान से थे। इसके कारण हजारों पाकिस्तानी छात्रों को कई घंटों तक अपने छात्रावास के कमरों में कैद रहना पड़ा।
पाकिस्तान ने किर्गिज सरकार से यह सुनिश्चित करने का भी आह्वान किया है कि हमलों के दोषियों को गिरफ्तार किया जाए और उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाए।
डार ने कहा, "मेरे समकक्ष (डिप्टी पीएम, किर्गिस्तान) ने मुझे बताया कि किर्गिज राष्ट्रपति ने सार्वजनिक रूप से घोषणा की है कि भीड़ हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।"
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