नई दिल्ली, 25 दिसंबर (आईएएनएस)। मेटावर्स इस साल का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला टेक शब्द है। इसको लेकर लोग अभी तक स्पष्ट नहीं हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यह 2023 में लोगों के बीच अपने जगह बना पाएगा? कंपनियां विजुअल रियलिटी/ऑगमेंटेड रियलिटी (वीआर-एआर) संबंधित प्रौद्योगिकियों पर अरबों खर्च कर रही हैं। मेटा (पूर्व में फेसबुक (NASDAQ:META)), जिसने 2022 में 11,000 से अधिक कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया था, कथित तौर पर अपने सोशल विजुअल रियलिटी (वीआर) प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को हासिल करने और बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहा है, जिसे होराइजन वल्र्ड कहा जाता है। यह अपने 10 बिलियन डॉलर के मेटावर्स सपने को पूरा करने के लिए सबसे बड़ा दांव है।
एप्पल के सीईओ टिम कुक ने कहा है कि कई तकनीकी कंपनियों की मेटावर्स के साथ उम्मीदें जुड़ी हुई हैं, लेकिन उन्हें शंका हैं कि क्या एवरेज पर्सन समझ सकता है कि मेटावर्स वास्तव में क्या है।
हालांकि, इंडस्ट्री अभी भी मेटावर्स पर उम्मीद लगाई बैठी है। रिपोर्ट के अनुसार, ग्लोबल मेटावर्स मार्किट 2030 में 996 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जो कि 39.8 प्रतिशत की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (सीएजीआर) दर्ज कर रहा है।
एक प्रमुख डेटा और एनालिटिक्स कंपनी ग्लोबल डेटा के अनुसार, मेटावर्स मार्केट का आकार 2021 में 22.79 बिलियन डॉलर के मूल्य पर पहुंच गया।
एडोबी इंडिया के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक प्रतिभा महापात्र ने आईएएनएस को बताया, जैसा कि भारत 2023 में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने के लिए तैयार है, आने वाले महीने हमारी सफलता की दिशा में महत्वपूर्ण होंगे।
वर्ष 2022 ने क्रिप्टोक्यूरेंसी बूम और बस्ट जैसे मेगा ट्रेंड्स को जन्म दिया, जो जनरेटिव एआई की शक्ति के बढ़ते उदाहरण हैं।
महापात्रा ने कहा, 2023 में उद्योग की गतिशीलता और ग्राहकों के अनुभवों के साथ शासन करने वाले इस तरह के तेज-तर्रार रुझानों के साथ, व्यवसायों को लगातार परिवर्तनों के अनुकूल होने, रणनीतियों को विकसित करने और नवाचारों को चलाने के लिए ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता होगी जो एक प्रभाव पैदा कर सकते हैं।
प्रौद्योगिकी क्षेत्र में विभिन्न खिलाड़ी, जिनमें मैन्युफैक्च रिंग सेमीकंडक्टर, कॉम्पोनेंट्स और एप्लिकेशन सॉ़फ्टवेयर का निर्माण शामिल है, ने मेटावर्स का लाभ उठाना शुरू कर दिया है।
ग्लोबलडाटा के प्रोजेक्ट मैनेजर दीपक अग्रवाल के अनुसार, मेटावर्स अभी भी काफी हद तक वैचारिक है, लेकिन लोगों के काम करने, खरीदारी करने, संचार करने और कंटेट के कंज्यूम करने के तरीके को बदल सकता है।
अग्रवाल ने कहा, हालांकि यह विकास के शुरूआती चरण में है, इसमें डिजिटल मीडिया में अगला मेगा-थीम बनने की क्षमता है।
सीएमआर के प्रमुख प्रभु राम ने आईएएनएस को बताया, एंटरप्राइज मेटावर्स 2023 के माध्यम से आकर्षण प्राप्त करना जारी रखेगा। उद्यम दक्षता लाभ और संभावित रूप से अस्थिर ब्लैक स्वान इवेंट को आगे बढ़ाने की कोशिश करेंगे।
उदाहरण के लिए, डिजिटल ट्वीन्स के साथ, भारतीय मैन्युफैक्चरिंग एंटरप्राइज सप्लाई चेन और प्रोडक्ट्स प्लांट्स, मॉनिटरिंग, मैप और मैनेज करने में सक्षम हैं।
नवंबर में मेटा ने घोषणा की थी कि वह एक्सआर ओपन सोर्स (एक्सआरओएस) फेलोशिप प्रोग्राम के लिए 1 मिलियन डॉलर के साथ उद्योग निकाय एफआईसीसीआई का समर्थन कर रहा है जो मेटावर्स के भविष्य के लिए एक्सआर प्रौद्योगिकियों पर काम कर रहे 100 भारतीय डेवलपर्स की मदद करेगा।
एफआईसीसीआई द्वारा संचालित, एक्सआरओएस प्रोग्राम डेवलपर्स फेलोशिप प्रदान करेगा, जिसमें वजीफा और सलाह शामिल है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की एक पहल में राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन कार्यक्रम का टेक्निकल पार्टनर होगा।
प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर अजय कुमार सूद ने कहा, भारत के टेकेड के लिए विजन तभी हासिल किया जा सकता है, जब टीयर 2 और 3 शहरों के युवा डेवलपर्स और स्टार्ट-अप, मेटावर्स में एक्सआर जैसी भविष्य की तकनीकों को सक्षम करने में योगदान दें।
2021 में, मेटा ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के साथ अगले तीन वर्षों में 10 मिलियन से अधिक छात्रों और 1 मिलियन शिक्षकों के लिए नई तकनीक लाने के लिए भागीदारी की।
--आईएएनएस
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