बेंगलुरु, 29 अगस्त (आईएएनएस)। कर्नाटक पुलिस ने आतंकवादी समूह के फरार सरगना मोहम्मद जुनैद के एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है, जो आईटी शहर में विघटनकारी कृत्यों को अंजाम देना चाहता था। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।हिरासत में लिए गए व्यक्ति की पहचान मोहम्मद अरशद खान के रूप में की गई है। अधिकारियों का कहना है कि अरशद खान से उन्हें मोहम्मद जुनैद के बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं, जिसने आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रची थी और जिस पर अफगानिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में होने का संदेह है।
खान चार साल से फरार था और वह 2017 में नूर अहमद नामक व्यक्ति के अपहरण और हत्या मामले में भी मुख्य आरोपी है।
आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस उपनिरीक्षक विनोद नायक के नेतृत्व में आर.टी. नगर थाने में एक विशेष टीम का गठन किया गया। पुलिस को तड़के मोहम्मद अरशद के अपने आवास पर रुकने की सूचना मिली।
पुलिस टीम ने घर को घेर लिया और दरवाजा तोड़कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। मोहम्मद अरशद खान ने चाकू से खुद को मारने की कोशिश की थी और अपने घर की दूसरी मंजिल से कूदने की भी कोशिश की थी।
हालांकि पुलिस टीम ने उस पर काबू पा लिया और हिरासत में ले लिया।
पुलिस ने बताया कि मोहम्मद अरशद कम उम्र में ही आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गया था। उसके खिलाफ 17 मामले दर्ज हैं जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, चोरी और अन्य जैसे गंभीर आपराधिक मामले शामिल हैं।
आतंकी साजिश का मास्टरमाइंड मोहम्मद जुनैद स्थानीय समूह को हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति कर रहा था। पुलिस ने उसके द्वारा स्थानीय समूह को भेजे गए जिंदा ग्रेनेड जब्त कर लिए थे।
सीसीबी विंग ने जुलाई में सैयद सुहैल खान, मोहम्मद फैजल रब्बानी, मोहम्मद उमर, मुद्दसिर पाशा और जाहिद तबरेज को गिरफ्तार किया था और बेंगलुरु में सक्रिय एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। उन्होंने भारी मात्रा में विस्फोटक, हथियार और उपकरण जब्त किए थे।
मामले की जांच कर रही पुलिस को यह भी पता चला कि आतंकी समूह का संबंध लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से था। बेंगलुरु के केंद्रीय कारागार में बंद 2008 के बेंगलुरु सीरियल ब्लास्ट के एक संदिग्ध आतंकी टी. नजीर ने आईटी शहर में एक बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए गिरफ्तार युवकों का ब्रेनवॉश किया था।
उसने आरोपी व्यक्तियों को आदेश दिए और मुख्य सरगना मोहम्मद जुनैद के माध्यम से आतंकवादियों के गिरोह को नियंत्रित किया। केरल का रहने वाला नजीर कथित तौर पर जेल से निर्देश देता था।
गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी जेल में रहने के दौरान जुनैद के जरिए नजीर के संपर्क में आए थे।
जांच से यह भी पता चला कि नजीर ने जुनैद को भारतीय सीमा पार करने में मदद की थी। विशेष विंग सीसीबी सूत्रों ने कहा कि नजीर को बॉडी वारंट पर हिरासत में लिया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों ने कबूल किया है कि उन्हें केंद्रीय जेल में नजीर ने आतंकवादी हमले करने के लिए प्रशिक्षित किया था।
पुलिस ने जुनैद के संबंध अजरबैजान की राजधानी बाकू शहर से होने की जानकारी जुटाई है। जांच से पता चला है कि वह 2021 में मूल पासपोर्ट पर मध्य पूर्व गया था। पुलिस ने उसका पासपोर्ट जब्त नहीं किया था क्योंकि जिस हत्या के मामले में वह शामिल था उसका कोई अंतर्राष्ट्रीय संबंध नहीं था। इसमें कर्नाटक पुलिस ने जुनैद को ट्रैक करने के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया है।
--आईएएनएस
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