न्यूयॉर्क, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। चार भारतीय-अमेरिकी किशोरों को लोगों के जीवन, समुदायों और पर्यावरण में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए यंग हीरोज का ग्लोरिया बैरन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। विजेताओं में फ्लोरिडा की 17 वर्षीय करीना सैमुअल, कैलिफोर्निया से 17 वर्षीय करुण कौशिक, ओहियो से 18 वर्षीय ललिता आचार्य और न्यू जर्सी से 13 वर्षीय श्री निहाल तमन्ना शामिल हैं।
लेखक टी.ए. बैरन द्वारा 2001 में स्थापित, बैरन पुरस्कार एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो सालाना 8 से 18 वर्ष की आयु के 25 प्रतिभाशाली युवाओं को सम्मानित करता है।
हर साल, 15 शीर्ष विजेताओं को उनके सेवा कार्य या उच्च शिक्षा का समर्थन करने के लिए 10,000 डॉलर से सम्मानित किया जाता है।
करीना सैमुअल को बाय बाय प्लास्टिक बैग्स (बीबीपीबी) के फ्लोरिडा चैप्टर की स्थापना के लिए सम्मानित किया गया, जो एक छात्र-नेतृत्व वाली गैर-लाभकारी संस्था है। यह प्लास्टिक की मात्रा को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है। पिछले तीन सालों में, करीना ने राज्य भर में 175 से अधिक तटीय सफाई में शामिल होने के लिए 1,000 से अधिक वॉलंटियर्स को जोड़ा है।
करुण कौशिक ने एक्स-चेक-एमडी, एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सॉफ्टवेयर बनाया है, जो एक मिनट के भीतर 99 प्रतिशत सटीकता के साथ कोविड-19 और निमोनिया का निदान कर सकता है।
लालित्य आचार्य ने नेरीड का आविष्कार किया है, जो विश्व स्तर पर कम लागत में उपलब्ध है। यह एक सेकंड के अंदर पानी के संदूषण का पता लगा सकता है। इसका सिस्टम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करता है और माइक्रोबियल जल संदूषण का पता लगाने के लिए सीधे पानी के पाइप में रखा जा सकता है।
निहाल तमन्ना की गैर-लाभकारी संस्था रीसायकल माई बैटरी मुफ्त बैटरी रीसाइक्लिंग डिब्बे स्थापित करती है और लोगों को बैटरी रीसाइक्लिंग के बारे में जागरूक करती है। केवल तीन वर्षों में उन्होंने दुनिया भर में 220 छात्र वॉलंटियर्स की एक टीम बनाई है, जिन्होंने लगभग 200,000 बैटरी का पुनर्नवीनीकरण किया है और लाखों लोगों को शिक्षित किया है।
बैरन पुरस्कार ने सैकड़ों युवा नेताओं को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया। अन्य संगठनों के बीच नेशनल ज्योग्राफिक एजुकेशन फाउंडेशन, यूएसए की गर्ल स्काउट्स और नेशनल यूथ लीडरशिप काउंसिल का समर्थन हासिल किया।
--आईएएनएस
पीके/एएनएम