वाराणसी, 2 नवंबर (आईएएनएस)। आईआईटी बीएचयू में छात्रा से छेड़खानी के मामले में छात्रों ने गुरुवार को जमकर प्रदर्शन किया। मामले में कांग्रेस की तरफ से भी सवाल उठाए गए हैं। दरअसल, बुधवार देर रात आईआईटी बीएचयू में एक छात्रा से छेड़छाड़ हुई। तीन युवकों ने दोस्त के साथ जा रही लड़की को रोका और उसके साथ छेड़छाड़ की और वीडियो भी बनाया है।
घटना के विरोध में काफी छात्र सड़क पर उतर आए। गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में छात्र राजपूताना हॉस्टल पहुंचे और प्रदर्शन किया। छात्र कैंपस में छात्राओं की सुरक्षा को लेकर बैनर और पोस्टर के साथ धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों के धरना-प्रदर्शन से पुलिस भी हरकत में आ गई है। बीएचयू आईआईटी में छेड़छाड़ हादसे के बाद सख्ती बढ़ा दी गई है। जारी निर्देश में लिखा गया है कि परिसर के सारे गेट रात 10 से सुबह 5 तक बंद रहेंगे।
छात्रों ने विरोध करते हुए पूरा कैंपस बंद करा दिया। कक्षा और लैब में रिसर्च का काम भी बंद कर दिया गया। पूरे कैंपस की इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। वहीं, इस मामले में लंका थाने में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
छात्रा की ओर से बयान में बताया गया है कि बुधवार रात 1:30 बजे वह अपने हॉस्टल से किसी जरूरी काम के लिए बाहर निकली। कैंपस के गांधी स्मृति चौराहे के पास उसका दोस्त मिला। हम दोनों साथ में जा रहे थे कि रास्ते में कर्मन बाबा मंदिर से करीब 300 मीटर दूर पीछे से एक बुलेट आई। उस पर तीन लड़के सवार थे। उन लोगों ने बाइक खड़ी करके मुझे और मेरे दोस्त को रोक लिया और गलत हरकत की। जब बचाव के लिए चिल्लाई तो मुझे मारने की धमकी दी।
प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि रात में अब तक का सबसे बड़ा हीनियस क्राइम हुआ है। प्रशासन, प्रॉक्टोरियल बोर्ड और डायरेक्टर की ओर से अभी कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि आए दिन संस्थान की छात्राओं संग छेड़खानी होती रहती है। इस पर संस्थान के जिम्मेदार चुप रहते हैं।
इस मामले पुलिस अधिकारियों ने छात्रों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मान रहे। उन्होंने कहा है कि जब तक गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक नहीं हटेंगे।
डीसीपी काशी जोन राम सेवक गौतम ने बताया कि छात्रा से छेड़छाड़ मामले में लंका थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। टीम गठित कर दी गई है। आरोपियों की तलाश जारी है। आईआईटी के पदाधिकारी भी संपर्क में हैं।
इस पूरे मामले में यूपी कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय में बीती रात एक छात्रा अपने हॉस्टल से निकलती है। रास्ते में उसे तीन मनचले पकड़ लेते हैं। जबरदस्ती कोने में ले जाकर अश्लील हरकतें करते हैं। जैसे-तैसे छात्रा उनसे बचकर हॉस्टल पहुंचती है। यह सब प्रधान जी के संसदीय क्षेत्र स्थित विद्या के सबसे बड़े मंदिर में हो रहा है। सत्ता का महिला सुरक्षा से जुड़ा हर दावा पांवों तले रौंदा जाता है और पूछने वाला कोई नहीं।
अगले दिन यानी आज सुबह से हज़ारों छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय परिसर में धरनारत हैं। मगर, यह ओछी हरक़त करने वाला नीच पुलिस और विवि प्रशासन की पकड़ में अब तक नहीं आया है। कहां गया 'गृह'मंत्री जी का लड़कियों के आधी रात सड़क पर खुला घूमने का वायदा? कैसे पढेंगी बेटियां? जब वे अपने विवि परिसर में ही सुरक्षित नहीं रहेंगी? है कोई ज़वाब।
--आईएएनएस
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