लखनऊ, 11 फरवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की 57,647 ग्राम पंचायतों में से 1748 ग्राम पंचायतों ने क्षय रोग से मुक्त होने का दावा किया है।
एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग दावों का सत्यापन करेगा और सही पाए जाने पर गांवों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
अंबेडकर नगर, बाराबंकी, कुशीनगर, उन्नाव, मथुरा और लखनऊ सहित राज्य के विभिन्न जिलों में, कई पंचायतें टीबी मुक्त स्थिति का दावा करने के लिए आगे बढ़ी हैं।
राज्य क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के संयुक्त निदेशक शैलेन्द्र भटनागर ने कहा कि विभिन्न मापदंडों पर आधारित कड़ी सत्यापन प्रक्रिया के बाद ही योग्य पंचायतों को 20 फरवरी तक टीबी मुक्त प्रमाणन दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि टीबी के प्रति जागरूकता और रोकथाम को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न गतिविधियों को पंचायत विकास योजनाओं में शामिल किया गया है।
उन्होंने कहा, "समुदायों को टीबी के लक्षणों, रोकथाम के उपायों, गलत धारणाओं को दूर करने, उपचार के पालन, उपलब्ध जांच सुविधाओं और टीबी रोगियों के लिए सरकार की सहायता प्रणाली के बारे में पूरी जानकारी दी गई है।"
प्रवक्ता ने कहा कि खंड विकास अधिकारी सक्रिय रूप से पात्र ग्राम पंचायतों के लिए आवश्यक दस्तावेज ब्लॉक स्तर पर जिला क्षय रोग अधिकारी को जमा करके सत्यापन प्रक्रिया को सुविधाजनक बना रहे हैं।
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