बेगूसराय, 2 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को बिहार के एकदिवसीय दौरे के क्रम में औरंगाबाद के बाद बेगूसराय पहुंचे। यहां उन्होंने 1 लाख 62 हजार करोड़ रुपए से अधिक की विकास योजनाओं का रिमोट के जरिए उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, हरदीप सिंह पुरी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम में 1.62 लाख करोड़ रुपए की कई तेल और गैस परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसमें 27 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाएं सिर्फ बिहार की हैं। इसके अलावा इन परियोजनाओं में केजी बेसिन के साथ-साथ देश भर के विभिन्न राज्यों हरियाणा, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब और कर्नाटक में हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने केजी बेसिन से 'फर्स्ट ऑयल' राष्ट्र को समर्पित किया और ओएनजीसी (NS:ONGC) कृष्णा गोदावरी गहरे पानी परियोजना से पहले कच्चे तेल टैंकर को हरी झंडी दिखाई। केजी बेसिन से 'फर्स्ट ऑयल' निकालना भारत के ऊर्जा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, जो ऊर्जा आयात पर हमारी निर्भरता को काफी कम कर देगी।
बिहार में लगभग 27,000 करोड़ रुपये की तेल एवं गैस क्षेत्र की परियोजनाएं शुरू की गई। इसमें बरौनी रिफाइनरी के विस्तार की आधारशिला रखना और बरौनी रिफाइनरी में ग्रिड इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी परियोजनाओं का उद्घाटन, पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर एलपीजी पाइपलाइन का पटना और मुजफ्फरपुर सहित अन्य तक विस्तार शामिल है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बेगूसराय से ही रिमोट के जरिए आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में भारतीय पेट्रोलियम और ऊर्जा संस्थान (आईआईपीई) की आधारशिला भी रखी। उन्होंने बरौनी में हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) उर्वरक संयंत्र का उद्घाटन किया। 9,500 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से विकसित यह संयंत्र किसानों को किफायती दर पर यूरिया उपलब्ध कराएगा और उनकी उत्पादकता तथा वित्तीय स्थिरता में वृद्धि करेगा। यह देश में फिर से चालू होने वाला चौथा उर्वरक संयंत्र होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने लगभग 3,917 करोड़ रुपये की कई रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। प्रधानमंत्री मोदी ने चार ट्रेनों दानापुर-जोगबनी एक्सप्रेस (दरभंगा-सकरी के रास्ते), जोगबनी-सहरसा एक्सप्रेस, सोनपुर-वैशाली एक्सप्रेस और जोगबनी-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने देश में पशुधन के लिए एक डिजिटल डेटाबेस 'भारत पशुधन' राष्ट्र को समर्पित किया। राष्ट्रीय डिजिटल पशुधन मिशन (एनडीएलएम) के तहत विकसित, 'भारत पशुधन' प्रत्येक पशुधन को आवंटित एक अद्वितीय 12-अंकीय टैग आईडी का उपयोग करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने '1962 फार्मर्स ऐप' भी लॉन्च किया। यह एक ऐसा ऐप है, जो 'भारत पशुधन' डेटाबेस के तहत मौजूद सभी डेटा और सूचनाओं को रिकॉर्ड करता है, जिसका उपयोग किसान कर सकते हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के औरंगाबाद में 21,400 करोड़ से अधिक की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
--आईएएनएस
एमएनपी/एबीएम