ग्रेटर नोएडा, 11 फरवरी (आईएएनएस)। ग्रेटर नोएडा के दनकौर इलाके में 13 दिन पहले नाबालिक समेत दो आरोपियों ने व्यापारी के बेटे की हत्या कर उसका शव नहर में फेंक दिया था। इसके बाद पुलिस शव को ढूंढने की कड़ी मशक्कत कर रही थी। पुलिस इस मामले में पहले ही नाबालिक समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। दनकौर थाना इलाके के व्यापारियों में बिलासपुर के रहने वाले व्यापारी अरुण सिंघल के बेटे वैभव की हत्या की लेकर काफी ज्यादा रोष था। वैभव की हत्या का आरोप उसके ही दोस्तों पर है। इस मामले में पुलिस लगातार शव की तलाश कर रही थी।
पुलिस की कड़ी मशक्कत के 13 दिन बाद आज रविवार को गंग नहर से शव बरामद किया गया। इस मामले में व्यापारी कई बार थाने का घेराव और बाजार बंद करा चुके हैं। अब इस मामले की सुनवाई के लिए पुलिस को पत्र भेजकर फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई करने की मांग की है और 10 दिनों के अंदर ही पुलिस इसमें चार्जशीट भी दाखिल करेगी।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा के थाना दनकौर इलाके में 30 जनवरी के दिन गायब हुए व्यापारी के बेटे की चप्पल और मोबाइल 7 फरवरी को मिलने के बाद व्यापारियों ने जमकर दनकौर इलाके में हंगामा किया था। व्यापारियों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उनकी अनदेखी के चलते लड़के की हत्या हो गई। जिसके बाद पुलिस ने 7 फरवरी की रात में ही आरोपियों की तलाश की और नाबालिग समेत दो आरोपियों को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, थाना दनकौर पुलिस ने हत्या में वांछित अभियुक्त माज पठान व बाल अपचारी को गिरफ्तार किया था।
अभियुक्तों ने 30 जनवरी को अपने दोस्त (मृतक) को बहाने से बुलाया और उसकी हत्या कर दी।
इन लोगों ने व्यापारी के बेटे के शव को नहर में फेंक दिया था, जिसकी तलाश हो रही थी।
इस तलाश में पुलिस और गोताखोर लगातार कई दिनों से गंग नहर में दिनभर वैभव के शव को हाथरस और आगरा तक तलाश कर रहे थे।
--आईएएनएस
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