नई दिल्ली, 8 दिसम्बर (आईएएनएस)। एयरलाइंस के ऑपरेटिंग क्रू ने जनवरी 2020 से अब तक 23 फ्लाइट्स में इमरजेंसी की घोषणा की है।नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने गुरुवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि 19 मामलों में विमान के उतरने के बाद प्रभावित पुर्जो को बदला गया। मौसम के बदलाव के कारण तीन आपातकालीन लैंडिंग हुईं और एक आपातकालीन लैंडिंग पक्षी से टकराने के कारण हुई। ऐसी घटनाओं का गहन विश्लेषण किया गया और उनकी गंभीरता का निर्धारण किया गया। गंभीरता के आधार पर घटनाओं की जांच की गई। इन घटनाओं में कोई उल्लंघन नहीं पाया गया है।
मंत्रालय की जानकारी के अनुसार, जनवरी 2020 से अब तक इंडिगो एयरलाइन के विमानों ने आपातकालीन लैंडिंग के 11 उदाहरण देखे, जबकि स्पाइसजेट के विमानों ने ऐसे चार मामले देखे। इसी तरह, एयर इंडिया ने दो ऐसी घटनाएं देखीं, जबकि एयरएशिया ने दी गई अवधि में एक आपातकालीन लैंडिंग देखी।
मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा, निर्माता के दिशानिर्देशों के अनुसार ऑपरेटर अपने विमान का रखरखाव करते हैं। किसी घटना के मामले में, जैसे कि एक विफल विमान प्रणाली के कारण आपातकालीन लैंडिंग, अनुमोदित रखरखाव कार्यक्रम के आधार पर प्रणाली को ठीक किया जाता है और विमान को सेवा के लिए छोड़ दिया जाता है। डीजीसीए, अपनी वार्षिक निगरानी योजना के माध्यम से, यह सुनिश्चित करने के लिए निगरानी और मौके की जांच करता है कि निर्माता के दिशानिर्देशों के अनुसार विमान का रखरखाव किया जाता है।
मंत्रालय ने यह भी बताया कि सभी लाइसेंसशुदा हवाईअड्डों पर वन्यजीव जोखिम प्रबंधन कार्यक्रम होना आवश्यक है।
--आईएएनएस
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