चेन्नई, 18 मार्च (आईएएनएस)। तमिलनाडु के वित्त मंत्री पी.टी.आर. पलानीवेल त्यागराजन ने शुक्रवार को कहा कि एम.के. स्टालिन की अगुवाई में द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) का सिद्धांत द्रविड़ लोकाचार और दर्शन है।वित्त वर्ष 2022-23 के लिये राज्य का बजट पेश करते समय तमिलनाडु विधानसभा को संबोधित करते हुये राज्य मंत्री ने कहा कि राज्य को 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान होगा।
विपक्षी अन्नाद्रमुक ने बजट भाषण का बहिष्कार किया है।
उन्होंने कहा कि सरकार सभी मोचरें पर सामाजिक न्याय प्राप्त करने के लिये ²ढ़ रहेगी और कहा कि लोगों का ध्यान रखने वाला एक शक्तिशाली नेता ही राज्य का मुख्यमंत्री होता है।
त्यागराजन ने कहा कि मौजूदा व्यापक आर्थिक माहौल को ध्यान में रखते हुये बजट तैयार किया गया है और कहा कि रूस-यूक्रेन संकट से देश और राज्य की अर्थव्यवस्था पर मांग की कमी और वैश्विक आपूर्ति बाधित होने का असर पड़ सकता है।
उन्होंने कहा कि प्राथमिकतायें बुनियादी ढांचे पर आधारित होंगी जो सामाजिक रूप से समावेशी होंगी। निवेश आकर्षित करना, अधिक रोजगार सृजित करना और हाशिये के लोगों के जीवन में सुधार सुनिश्चित किया जायेगा।
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुये वित्त मंत्री ने कहा कि जहां तमिलनाडु राष्ट्र के विकास में 10 प्रतिशत का योगदान दे रहा है, वहीं केंद्र सरकार राज्य को पर्याप्त धन आवंटित नहीं कर रही है।
त्यागराजन ने कहा कि राज्य सरकार तमिल भाषा और संस्कृति का गौरव बढ़ाना चाहती है और इस संबंध में पहलों के लिये दो करोड़ रुपये आवंटित कर रही है।
पेरियार की शिक्षाओं और साहित्य का विभिन्न भाषाओं में अनुवाद किया जायेगा और इसके लिए 5 करोड़ रुपये आवंटित किये गये।
उन्होंने कहा कि विल्लुपुरम और रामनाथपुरम में नये संग्रहालय और ऑनसाइट संग्रहालय स्थापित किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया की निगरानी के लिये एक विशेष विंग की स्थापना की जायेगी।
मंत्री ने कहा कि सरकार ने सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 10 तक के छात्रों के लिये मुफ्त पाठ्यपुस्तकें वितरित करने का निर्णय लिया है।
--आईएएनएस
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