नई दिल्ली, 31 जुलाई (आईएएनएस)। राज्यसभा में सोमवार को भी प्रश्नकाल सुचारू रूप से नहीं चल सका। संसद में पक्ष और विपक्ष के बीच सोमवार को एक बार फिर जबरदस्त टकराव देखने को मिला। राज्यसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होते ही कुछ देर बाद हंगामे के कारण 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। 12 बजे कार्यवाही प्रारंभ होने के उपरांत कुछ देर प्रश्नकाल चला लेकिन हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही एक बार फिर दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। प्रश्नकाल के दौरान अभी कुछ ही प्रश्न पूछे जा सके थे कि सभापति में सदन में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को बोलने का अवसर दिया। हालांकि, इसके बाद सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष का जबरदस्त हंगामा शुरू हो गया, जिसको देखते हुए सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
गौरतलब है कि इसी सप्ताह राज्यसभा में दिल्ली संशोधन विधेयक भी पेश किया जाना है। इस विधेयक पर भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तनातनी बनी हुई है। इस बिल को 25 जुलाई को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिल गई थी। हालांकि, सोमवार को यह विधेयक राज्यसभा में पेश नहीं किया जाएगा।
केंद्र सरकार 19 मई को दिल्ली सरकार में तैनात अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग से जुड़ा अध्यादेश थी। इस अध्यादेश में सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले को पलट दिया, जिसमें ट्रांसफर-पोस्टिंग का अधिकार दिल्ली सरकार को दिया गया था। यह विधेयक राज्यसभा की मंजूरी के लिए रखा जाना है। यही कारण है कि सरकार के साथ-साथ विपक्षी पार्टियां भी इस मुद्दे पर अपनी रणनीति तैयार कर रही हैं।
राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के चीफ व्हिप सुशील कुमार गुप्ता ने व्हिप जारी किया है। इसमें आम आदमी पार्टी के सभी राज्यसभा सांसदों को 4 अगस्त तक सदन में मौजूद रहने को कहा गया है। इससे पहले कांग्रेस, जनता दल यूनाइटेड व अन्य दल भी व्हिप जारी कर चुके हैं। फिलहाल, मणिपुर हिंसा पर चर्चा का मुद्दा राज्यसभा में सरकार और विपक्ष के बीच टकराव का बड़ा कारण बना हुआ है।
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