💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

मानसून ने पकड़ी गति, खरीफ की बुआई में तेजी की उम्मीद

प्रकाशित 22/06/2024, 01:37 am
मानसून ने पकड़ी गति, खरीफ की बुआई में तेजी की उम्मीद

नई दिल्ली, 21 जून (आईएएनएस)। भीषण गर्मी व सूखेे से परेशान लोगों के लिए राहत भरी खबर है। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने गति पकड़ ली है। यह महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों, विदर्भ के शेष हिस्सों और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है।

आईएमडी ने कहा कि मानसून छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ और इलाकों, पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों और झारखंड के कुछ हिस्सों में भी आगे बढ़ गया है।

आईएमडी ने कहा, "अगले 3-4 दिनों के दौरान गुजरात के कुछ और हिस्सों, महाराष्ट्र के शेष हिस्सों, मध्य प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।"

यह अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है। मानसून के थमने के कारण धीमी पड़ी खरीफ की बुआई अब गति पकड़ लेगी।

इस वर्ष केरल में मानसून सामान्य तिथि से दो दिन पहले आ गया था तथा पूर्वोत्तर में छह दिन पहले पहुंचा था।

इसके बाद, मानसून की उत्तर दिशा में प्रगति धीरे-धीरे हुई तथा इसने केरल, कर्नाटक, रायलसीमा, गोवा और तेलंगाना, दक्षिणी महाराष्ट्र के अधिकांश भाग तथा छत्तीसगढ़, ओडिशा के कुछ भाग, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अधिकांश भाग तथा 12 जून तक पूर्वोत्तर के पूरे राज्यों को कवर कर लिया।

लेकिन, उसके बाद यह आगे नहीं बढ़ा। 18 जून को मानसून की 'उत्तरी सीमा' नवसारी, जलगांव, अमरावती, चंद्रपुर, बीजापुर, सुकमा, मलकानगिरी तथा विजयनगरम से होकर गुजरी।

मानसून भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। देश की 50 प्रतिशत से अधिक कृषि भूमि वर्षा पर निर्भर है।

मानसून की बारिश देश के जलाशयों को रिचार्ज करने के लिए भी महत्वपूर्ण है। इससे वर्ष के अंत में फसलों की सिंचाई के लिए पानी का उपयोग किया जा सकता है।

भारत खाद्यान्नों के प्रमुख निर्यातक के रूप में उभरा है, लेकिन पिछले साल अनियमित मानसून के कारण कृषि उत्पादन प्रभावित होने के कारण घरेलू आपूर्ति बढ़ाने और कीमतों को नियंत्रित रखने के लिए उसे चीनी, चावल, गेहूं और प्याज के निर्यात पर अंकुश लगाना पड़ा।

--आईएएनएस

सीबीटी/

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित