नई दिल्ली, 8 जुलाई (आईएएनएस)। पीएम मोदी के रूस दौरे को लेकर लेफ्टिनेंट जनरल कमलजीत सिंह ने कहा कि आज विश्व बहुत चुनौतीपूर्ण स्थिति से गुजर रहा है। एक तरफ रूस व यूक्रेन के बीच संघर्ष हो रहा है, दूसरी तरफ गाजा में इजराइल की कार्रवाई जारी है। उन्होंने कहा कि इन दो चुनौतियों के बीच भारत अपनी तटस्थता के साथ दोनों देशों से बातचीत करने की काबिलियत बचा के रखी है। ऐसे दौर में पीएम मोदी का रूस दौरा महत्वपूर्ण है। पीएम मोदी के दौरे से वैश्विक चुनौतियों के समाधान के साथ सामरिक मोर्चे पर भी हमें मजबूती मिलेगी। हम अमेरिका के साथ संबंध भले ही मजबूत कर रहे होंं, लेकिन रूस का अपना स्थान है।
जनरल कमलजीत सिंह ने कहा कि सभी मसलों को देखते हुए मैं कह सकता हूं कि पीएम मोदी का दौरा बेहद सही समय में हुआ है। इससे अमेरिका को भी एक संदेश जाएगा कि हम उस पर निर्भर नहीं हैं। चीन को भी कुछ मैसेज जाएगा। हम अपने पुराने मित्र देश रूस को यह यकीन दिलाएंगे कि हम दोस्ती कई लोगों से निभा सकते हैं। आज भारत ने रक्षा क्षेत्र में वैश्विक ख्याति अर्जित की है। मैं उम्मीद करता हूं कि पीएम मोदी की वार्ता बहुत सफल होगी। देश के लिए सामरिक तौर पर महत्वपूर्ण होगी और दुनिया को एक पैगाम जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर सोमवार को मास्को पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन मंगलवार को मिलेंगे। एक दशक में यह उनकी 17वीं मुलाकात होगी।
उनकी आखिरी व्यक्तिगत मुलाकात 2022 में उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में हुई थी। 2019 में प्रधानमंत्री मोदी को रूस का सर्वोच्च राजकीय सम्मान "ऑर्डर ऑफ द होली एपोस्टल एंड्रयू द फर्स्ट" मिला था। भारत और रूस के बीच 77 साल से भी ज्यादा समय से राजनयिक संबंध हैं और दोनों देशों के बीच काफी पुराना और मजबूत रिश्ता है। रूस की अपनी यात्रा के बाद प्रधानमंत्री मोदी ऑस्ट्रिया जाएंगे, जो 40 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली ऑस्ट्रिया यात्रा होगी।
--आईएएनएस
एकेएस/सीबीटी