किसान-कारोबारी वर्ग के लोगों की क्या है बजट से उम्मीदें

प्रकाशित 23/07/2024, 12:10 am
किसान-कारोबारी वर्ग के लोगों की क्या है बजट से उम्मीदें
DSBc1
-

करनाल, 22 जुलाई (आईएएनएस)। संसद में मंगलवार को आम बजट पेश किया जाएगा। देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का यह पहला बजट है। आने वाले बजट पर पूरे देश की नजरें हैं। वहीं मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के बजट से करनाल के लोगों को काफी उम्मीदें हैं।व्यापारी सरदार परमिंदर सिंह ने कहा कि हर बार बजट आता है और चला जाता है। सरकार को व्यापारी समुदाय को एक सुरक्षित दायरे में लाना चाहिए, आज व्यापारियों के लिए कोई सुरक्षा नहीं है, अगर व्यापारी के साथ कोई घटना होती है तो सरकार की तरफ से कोई उनके साथ नहीं होता। स्वास्थ्य बीमा पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगा दिया गया है जबकि स्वास्थ्य और शिक्षा पर रियायत मिलनी चाहिए, ताकि हर व्यक्ति अपने परिवार की सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य बीमा ले सके। अगर कोई प्राइवेट कंपनी कोई बीमा कर रही है तो उस पर 18 प्रतिशत जीएसटी है, जो आम आदमी पर बहुत बड़ा बोझ है।

इसी प्रकार करनाल निवासी प्रतिपाल सिंह पन्नू ने कहा कि सरकार को आम लोगों के हित में बजट पेश करना चाहिए, जिसमें गरीब व मध्यम वर्गीय परिवारों का ध्यान रखा जाय। बजट में केवल पूंजीपतियों की बात नहीं होनी चाहिए। सरकार को किसान व मजदूर वर्ग की मार को ध्यान में रखते हुए बजट पेश करना चाहिए।

वहीं, एक व्यापारी प्रतिपाल सिंह पन्नू ने कहा कि व्यापारियों को टैक्स स्लैब में राहत मिलनी चाहिए। इस सरकार में व्यापारियों को कोई राहत नहीं मिलती। इस देश में व्यापारियों के लिए कोई योजना नहीं है, कम से कम टैक्स स्लैब में राहत मिलनी चाहिए। बजट अच्छा होगा तो महंगाई कम होगी।

बजट को लेकर नागरिक गुरमीत सिंह ने कहा कि देश में महंगाई दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इसे रोकने के लिए कुछ उपाय किए जाने चाहिए। बच्चों की तरक्की के लिए शिक्षा सस्ती होनी चाहिए। हर साल मनमाने तरीके से फीस बढ़ाने वाले शिक्षण संस्थानों पर लगाम लगाने के लिए कुछ उपाय किए जाने चाहिए। बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहन राशि दी जानी चाहिए, ताकि बच्चे पढ़ाई के लिए अपने अभिभावकों पर बोझ न बनें।

किसान जगदीप सिंह औलख ने कहा कि मौजूदा सरकार ने पिछले 10 सालों में किसानों से किए गए वादे पूरे नहीं किए हैं। कर्जमाफी, एमएसपी और स्वामीनाथन रिपोर्ट जैसे सभी मामले आज तक लंबित हैं। भगवान सरकार को सद्बुद्धि दे कि वह लंबे समय से देशभर में किसानों द्वारा किए जा रहे आंदोलन पर ध्यान दे। इस बार बजट किसानों और मजदूरों के हितों को ध्यान में रखकर बनाया जाना चाहिए।

व्यवसायी अशोक भंडारी ने कहा कि केंद्र सरकार हर साल देश में कल्याणकारी बजट लाती है। इस बार हमें उम्मीद है कि आम लोगों के हित में बजट लाया जाएगा।

--आईएएनएस

आरके/एसकेपी

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2025 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित