💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

कांग्रेस बताए कि उसकी वर्किंग कमेटी व राजीव गांधी फाउंडेशन में ओबीसी का क्या स्थान है : जेपी नड्डा

प्रकाशित 30/07/2024, 11:39 pm
कांग्रेस बताए कि उसकी वर्किंग कमेटी व राजीव गांधी फाउंडेशन में ओबीसी का क्या स्थान है : जेपी नड्डा

नई दिल्ली, 30 जुलाई (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता सदन जेपी नड्डा ने राहुल गांधी के आरोपों का क्रमवार जवाब दिया। इससे पहले सोमवार को राहुल गांधी ने सरकार पर किसानों, अग्निवीर व एससी-एसटी, ओबीसी की अनदेखी के आरोप लगाए थे। राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि सरकार में ओबीसी व पिछड़ों का समुचित प्रतिनिधित्व नहीं है। इसका जवाब जेपी नड्डा ने अपने वक्तव्य में दिया। उन्होंने कहा कि यह बताएं कि मंडल कमीशन की रिपोर्ट, काका कालेलकर की रिपोर्ट कब आई थी और वह कहां पड़ी थी, कहां उस पर धूल जम रही थी।

जेपी नड्डा ने राज्यसभा में कहा कि मंडल कमीशन की रिपोर्ट पर राजीव गांधी ने क्या कहा था। वोटों की खातिर आज आप ओबीसी के चैंपियन बन रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि बताइए कि आपकी वर्किंग कमेटी में कितने पिछड़े वर्ग के लोग हैं। राजीव गांधी फाउंडेशन के बोर्ड में कितने पिछड़े वर्ग के लोग हैं, कितने एससी-एसटी हैं।

उन्होंने कहा कि यूपीए के टाइम में नेशनल एडवाइजरी कमेटी में कितने एससी, एसटी, ओबीसी थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली, दूसरी व तीसरी कैबिनेट में सबसे ज्यादा एससी-एसटी व ओबीसी का प्रतिनिधित्व रहा है। अग्निवीर पर भी जेपी नड्डा ने राहुल गांधी को जवाब दिया।

उन्होंने कहा कि आजकल अग्निवीर पर अग्नि लगी हुई है। आप आर्मी के बहुत बड़े हिमायती हो गए। राष्ट्रीय हितों के साथ पॉलिटिक्स नहीं होनी चाहिए। आप अग्निवीर की सिफारिशों को जरा ध्यान से पढ़िए। देश और दुनिया की आर्मी को स्टडी कीजिए। जब अटैक होगा तो वह यह नहीं पूछेगा कि यह कमल को जा रहा है या हाथ को जा रहा है। उसकी गोली इस तरीके से चलेगी, इसलिए आर्मी को हमें पॉलिटिक्स से बाहर रखना चाहिए। यह जो फैसला लिया गया है 400-500 मीटिंग्स और कंसल्टेशन के बाद भारत की फौज को दुनिया की सबसे बेहतरीन फौज बनाने के लिए लिया गया है।

उन्होंने कहा कि अग्निवीरों की चिंता मत कीजिए। उनकी पूरी चिंता की जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने 'वन रैंक, वन पेंशन' को लागू किया। इसके साथ ही उन्होंने एमएसपी को लेकर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि आजकल आप किसानों के बड़े हिमायती बन गए हैं। उन्होंने यूपीए सरकार के दौरान मंत्री रहे केवी थॉमस के बयान का जिक्र करते हुए बताया कि थॉमस ने वर्ष 2010 कहा था कि एमएसपी देना संभव नहीं है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों को फसलों के उचित मूल्य प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

--आईएएनएस

जीसीबी/एबीएम

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित