💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

बिहार में सूखे की आहट, अब तक 55 प्रतिशत हुई धान की रोपाई

प्रकाशित 01/08/2024, 06:40 pm
बिहार में सूखे की आहट, अब तक 55 प्रतिशत हुई धान की रोपाई

पटना, 1 अगस्त (आईएएनएस)। बिहार के कई जिलों में अब सूखे की आहट सुनाई देने लगी है। मानसून की बेरूखी से प्रदेश के किसान संकट में हैं। सावन महीने में लोगों को झमाझम बारिश का इंतजार था, लेकिन इस महीने के भी दो हफ्ते निकलने को हैं, अब तक बारिश का किसान इंतजार ही कर रहे हैं।कई इलाकों में बारिश नहीं होने के कारण खेतों में दरार पड़ रही है, इस कारण धान की रोपाई नहीं हो पाई है। आंकड़ों के मुताबिक, प्रदेश में अब तक 55 से 60 प्रतिशत ही धान की रोपाई हो सकी है। इसमें कोई शक नहीं है कि बिहार में ज्यादातर किसान धान की फसल करते हैं।

बताया जाता है कि उत्तर बिहार से ज्यादा खराब स्थिति दक्षिण बिहार की है। इस साल प्रदेश में 36 लाख 56 हजार हेक्टेयर भूमि में धान की खेती का लक्ष्य रखा गया है। जबकि अभी तक 55 से 60 फीसदी ही धान की रोपाई हो सकी है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि इस साल 20 प्रतिशत तक धान के उत्पादन में कमी आ सकती है।

मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश में जून और जुलाई के महीने में सामान्य से 37 प्रतिशत बारिश कम हुई है। बारिश कम होने से धान की रोपाई की गति सुस्त पड़ गई है। कई किसान ऐसे भी हैं जो किसी अन्य व्यवस्था से सिंचाई कर धान की रोपाई कर चुके हैं, लेकिन अब उनके सामने धान की फसल को बचाने की चिंता है।

प्रदेश के औरंगाबाद, बांका, गया, अरवल, जहानाबाद, नवादा, लखीसराय जैसे इलाकों में 12 से 40 प्रतिशत ही धान की रोपाई हो सकी है। वहीं सारण, भोजपुर, पटना जैसे जिलों में 40 से 50 प्रतिशत की रोपाई हो चुकी है।

कृषि वैज्ञानिकों का मानना है कि 31 जुलाई तक धान की रोपाई होने के बाद धान का उत्पादन बेहतर होता है। मौसम विभाग का कहना है कि 15 जिलों में सामान्य से 20 से 40 प्रतिशत काम बारिश हुई है। हालांकि, सरकार ने किसानों को पम्प सेट से सिंचाई के लिए डीजल में अनुदान देने का निर्णय लिया है।

बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडेय भी मानते हैं कि कम बारिश की वजह से धान की रोपाई पिछड़ गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी समीक्षा की है। उन्होंने निर्देश दिया कि डीजल अनुदान के लिए सरकार की तरफ से जो व्यवस्था हुई है उसे तुरंत शुरू किया जाए।

पांच से छह दिन पहले सीएम से निर्देश मिला जिसके आधार पर कृषि विभाग ने डीजल अनुदान देने के लिए पोर्टल खोल दिया है और किसानों को डीजल अनुदान देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

--आईएएनएस

एमएनपी/एफजेड/केआर

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित