पटना, 4 अगस्त (आईएएनएस)। तमिलनाडु सरकार के मंत्री एसएस शिवशंकर के भगवान राम पर दिए विवादित बयान के बाद सियासत गर्मा गयी है।
बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने इस बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा, "उन्हें नासा की तस्वीरें देखनी चाहिए। उन तस्वीरों में समुद्र में राम सेतु साफ दिखता है। कुछ लोग सनातन विरोधी बातें करके समाज को धर्म और जाति में बांटना चाहते हैं। किसी को भी किसी की आस्था और धर्म पर चोट नहीं पहुंचाना चाहिए।"
एसएस शिव शंकर के बयान पर संत समाज ने भी नाराजगी जाहिर की है। पातालपुरी पीठाधीश्वर के अध्यक्ष महंत बालक दास ने तीखी कहा, "इन्हें न इतिहास का पता है न भूगोल का। इन लोगों को धार्मिक ज्ञान भी नहीं है। ये लोग हर बयान अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के मकसद से देते हैं । जो मुंह में आता है, वो बोल देते हैं। इन लोगों की मूर्खता चरम पर पहुंच चुकी है। ऐसे लोगों को भगवान ज्ञान दें। इन लोगों का पार्टी में रहना भी उचित नहीं है। ये लोग मंत्री बने बैठे हैं, लेकिन इन लोगों को राम जी के इतिहास के बारे में कुछ भी नहीं पता है।"
उन्होंने आगे कहा, "अगर पता होता तो ये लोग इस तरह का बयान ही नहीं देते। राम जी के संबंध में इतने सारे शास्त्र हैं, क्या इन लोगों को कभी इनको पढ़ा है। मुझे लगता है कि भगवान इन लोगों को दंड देंगे ही, लेकिन सरकार को भी ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। अगर इन लोगों में हिम्मत है, तो जरा मुस्लिम और मौलवी के बारे में बोलकर दिखाएं, ये नहीं बोलेंगे। हिंदू विनम्र होता है, इसका ये लोग फायदा उठाते हैं।"
डीएमके नेता व तमिलनाडु सरकार में मंत्री शिवशंकर ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भगवान राम पर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि भगवान राम से जुड़ा कोई भी ऐतिहासिक साक्ष्य नहीं है। जिससे इस बात की पुष्टि हो सके कि भगवान राम का कोई अस्तित्व हो। उनके इस बयान को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है।
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