दुर्गापुर, 6 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश में राजनीतिक संकट को लेकर पश्चिम बंगाल भाजपा के वरिष्ठ नेता दिलीप घोष ने बड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। उन्होंने कहा कि आज बांग्लादेश में हिन्दुओ पर अत्याचार हो रहा है। वहां के कई लोगो से बातचीत हुई है और सभी हिंसा होने की बात कह रहे हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर राज्यसभा में बयान दिया। उन्होंने अल्पसंख्यकों, उनके व्यवसायों और मंदिरों पर हो रहे हमलों पर चिंता जताई।
विदेश मंत्री एस जयशंकर का यह बयान शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और ढाका तथा बांग्लादेश के कई अन्य हिस्सों में बड़े पैमाने पर हिंसा के बाद भारत पहुंचने के एक दिन बाद आया है।
विदेश मंत्री ने चार अगस्त के बाद की घटनाओं का ब्यौरा देते हुए कहा, "देश भर में शासन से जुड़े लोगों की संपत्तियों को आग लगा दी गई। अल्पसंख्यकों, उनके व्यवसायों और मंदिरों पर भी कई स्थानों पर हमला किया गया।"
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ढाका में अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है। नई दिल्ली को उम्मीद है कि वहां की सरकार अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के अलावा बांग्लादेश में भारतीय प्रतिष्ठानों को सुरक्षा प्रदान करेगी।
उन्होंने बांग्लादेश से संबंधित हाल के घटनाक्रमों के बारे में सदन को अवगत कराते हुए कहा कि भारत-बांग्लादेश संबंध कई दशकों से और कई सरकारों के दौरान घनिष्ठ रहे हैं। नई दिल्ली को स्थिति स्थिर होने पर सामान्य कामकाज की उम्मीद है।
एस जयशंकर ने इसे एक संवेदनशील मुद्दा बताते हुए सदन के सदस्यों से एक महत्वपूर्ण पड़ोसी के संबंध में समर्थन की भी मांग की। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हाल की हिंसा और अस्थिरता के बारे में सभी राजनीतिक दलों में समान चिंता है।
शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद भी बांग्लादेश में हिंसा की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। अब उपद्रवी अल्पसंख्यक हिंदुओं, शेख हसीना और उनकी पार्टी अवामी लीग के समर्थकों और उनके प्रतिष्ठानों को निशाना बना रहे हैं।
बांग्लादेश के हालात को लेकर केंद्र सरकार द्वारा सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी। बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को बांग्लादेश के हालात की जानकारी देते हुए आश्वासन दिया कि पड़ोसी देश पर सरकार की पैनी नजर बनी हुई है। बैठक में बांग्लादेश में मौजूद भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर भी जानकारी दी गई। सभी राजनीतिक दलों ने इस मसले पर सरकार के साथ खड़े होने का भरोसा दिया।
--आईएएनएस
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